आपको यह सच मालूम होना चाहिए कि विज्ञापनों की दुनिया आपको भटकाती ही रहेगी. लेकिन यदि आप ज़रा भी स्मार्ट होंगे तो आपको मालूम होगा ही कि अपनी सेहत से क़ीमती कोई हीरा भी नहीं होता. और सेहत को अफ़लातून रखना है तो जान लीजिए कि हीरा नहीं, जीरा है सदा के लिए! ये हम नहीं कह रहे, ये कहना है डॉक्टर दीपक आचार्य का. उनसे जानिए जीरे से होने वाले फ़ायदों के बारे में.
मैं बीते दिनों कुम्हडी गांव गया था, एक अरसे से एक बुज़ुर्ग हर्बल मेडिसिन जानकार से मुलाक़ात नहीं हो पाई थी. इस बार ठान के रखा था कि पूरा एक दिन इन्हीं के साथ भटकूंगा, इन्हीं की छत के नीचे पूरा एक दिन बिताऊंगा. बातचीत का दौर चल ही रहा था तभी एक बन्दा इन बुज़ुर्ग से मिलने आया, काफ़ी दिनों से उसे दस्त की समस्या चल रही थी. इन बुज़ुर्ग ने उस मरीज़ से थोड़ी बहुत जानकारी ली और चुटकी बजाते हुए कहा दिया कि चार दिन में फ़र्क़ दिख जाएगा, बस एक काम कीजिए… एक ग्लास पेज (पारंपरिक खाद्य/ पेय) में 3 चम्मच कच्चा (बिना भुना) जीरा कुचलकर डाल दीजिए और दिन में 2 बार लीजिए, समस्या से छुट्टी हो जाएगी.
पेज एक खमीर वाला यानी फ़रमेंटेड खाद्य पदार्थ होता है, जिसे कुटकी, भात, मही/मठ्ठा/छाश/ बटरमिल्क के साथ मिलाकर बनाया जाता है. वैसे पेज एक नेचरल प्रो-बायोटिक फ़ंक्शनल फ़ूड है, जिसे सदियों से आदिवासी अपने खानपान का हिस्सा बनाए हुए हैं. किसी दिन पेज के बारे में विस्तार से बता दूंगा.
तो बीच में टपकते हुए मैंने पूछ लिया कि पेज ना हो तो क्या कुछ और चीज के साथ 3 चम्मच जीरा लिया जा सकता है? जवाब मिला- दही, एक कटोरी दही में तीन चम्मच कच्चा जीरा कूटकर मिला दीजिए और दिन में 2 बार लीजिए…ये तो कमाल की जानकारी थी! दादा बताते हैं कि ये फ़ॉर्मूला गज्जब काम करता है. दिनभर में दादा ने एक के बाद एक 6-8 लोगों से मिलवा दिया, जिन्होंने इस फ़ॉर्मूले को आज़माया और चंगे हो गए. दादा ने जीरे के बारे में एक एक करके अपनी ज्ञान की पोटली खोलना शुरू की. ताक़त बढ़ाना हो, खाना पचाना हो, ऐसिडिटी दूर करना हो, दिल दुरुस्त रखना हो, डायबिटीज़ क़ाबू करना हो, इन सभी में जीरा तगड़ा काम करता है.
जान लीजिए कुछ वैज्ञानिक प्रमाण
अब आपके दोस्त दीपक आचार्य तो ठहरे खुरापाती इंसान, 6-8 लोगों के फ़ीडबैक पर यूं ही ठप्पा नहीं लगाते, हालांकि इन दादा के हर्बल नुस्ख़े बिकट कारगर होते देखे जा चुके हैं, पहले भी. फिर भी खंगाल लिया कई मॉडर्न रिसर्च को, दही और जीरे के कॉम्बिनेशन के इफ़ेक्ट को… जर्नल ‘फूड केमेस्ट्री’ में वर्ष 2008 में CFTRI के वैज्ञानिकों ने एक क्लिनिकल रिसर्च के ज़रिए बताया कि सटीक पाचन के लिए आवश्यक एंज़ाइम्स की सक्रियता को बढ़ाने के लिए जीरा गज्जब तरीक़े से काम करता है.
‘फ़ार्मेकोग्नोसी रिव्यू’ जर्नल में वर्ष 2011 में छपे एक रिव्यू लेख में वैज्ञानिक जौहरी बताते हैं कि जीरा यकृत (लिवर) में बाइल उत्पादन को बढ़ाता है, ये बाइल वही है जो फ़ैट्स और कई न्यूट्रिएंट्स को पचाने में मददगार है. अब एक और सॉलिड क्लिनिकल स्टडी का ज़िक्र कर दूं, शाहरम आगा और उनके साथियों ने ‘मिडिल ईस्ट जर्नल ऑफ़ डायजेस्टिव डिसीसेस’ में वर्ष 2013 में एक क्लिनिकल अध्ययन में बताया कि IBS (इरिटेबल बोवेल सिन्ड्रोम) के 57 रोगियों को 3 हफ़्तों तक जीरा कंज़्यूम करवा के उन्हें दुरुस्त कर दिया गया.
डिलीवरी के बाद महिलाओं को दिया जाता है जीरा का पानी
भारत में डिलीवरी के बाद महिलाओं को जीरा का पानी दिया जाता है. ऐसा माना जाता है कि डिलीवरी के बाद शरीर में कमज़ोरी और एनीमिया जैसी समस्याओं के लिए जीरा एकदम हीरा है. सच बात है, सिर्फ़ एक चम्मच जीरे में दिनभर के लिए आवश्यक आयरन का लगभग 18% हिस्सा मिल जाता है. हमारी आदिवासी महिलाएं तो पीरियड्स के बाद 2-3 दिनों तक जीरा पानी पीती हैं, उन्हें भला इससे क्या लेना देना कि कितना आयरन मिल रहा, कितना नही? ये उनका पारंपरिक ज्ञान है, जिसे वे तो सदियों से आज़मा रहे हैं, विज्ञान तो अब जाकर अपनी पंचायत कर रहा है.
अब दादा वाले फ़ॉर्मूला का एक और ताबड़तोड़ इफ़ेक्ट देखिए. वर्ष 2014 में रोग्याह जायर और उनकी टीम ने ‘कॉम्प्लिमेंट्री थेरैपी ऐंड क्लिनिकल प्रैक्टिसेज़’ जर्नल में जीरा पाउडर और दही के कॉम्बिनेशन के प्रभाव को लेकर एक क्लिनिकल स्टडी प्रकाशित करी. कुल 88 महिलाओं को जिनके बॉडी वेट एक जैसे थे, 3 ग्राम जीरा पाउडर दही के साथ दिन में 2 बार 3 महीने तक दिया गया, अन्य इतनी ही महिलाओं को सिर्फ़ दही दिया गया. तीन महीने बाद दही और जीरा कंज्यूम करने वाली महिलाओं के ग्रुप की तमाम महिलाओं के HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) में अच्छी ख़ासी बढ़ोतरी हुई.
देसी ज्ञान है बहुत काम का
कुलमिलाकर देसी ज्ञान अपनी तूती बजा रहा है, तभी आपका दोस्त भटक रहा है इसे बटोरने, ताकि आप लोग अपने विवेक से आजमाएं भी… मेरा काम देसी ज्ञान बटोरना है, उस ज्ञान पर लॉजिक्स खंगालना और आप तक लेकर आना है, अपन कोई डॉक्टर-वॉक्टर तो हैं नहीं, मेरे बताए नॉलेज को आज़माने से पहले अपने फ़ैमिली डॉक्टर या किसी एक्सपर्ट से भी सलाह वगैरह ले लेना. जबरन मेरे पीछे डंडा लेकर दौड़ ना लगा देना.
टनाटन रहो, आपकी समस्याओं के समाधान के पीछे भागने से बेहतर है, खानपान दुरूस्त कर लो, 99% समस्याएं आएंगी ही नहीं. मुद्दे की बात बताना भूल गया. सब्ज़ी दाल छौंकते वक्त गर्म तेल में जीरा बिल्कुल ना डालें, सब्ज़ी बन जाए, दाल बन जाए, तो जीरा कूटकर ऊपर से डालें, एकदम सॉलिड फ़ायदा मिलेगा जीरे का…
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट