• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक
ओए अफ़लातून
Home रिलेशनशिप एक्सपर्ट सलाह

मैस्टर्बेशन से जुड़ी हर बात, जानिए एक्स्पर्ट ओपिनियन के साथ

संगीत सेबैस्टियन by संगीत सेबैस्टियन
July 8, 2022
in एक्सपर्ट सलाह, रिलेशनशिप
A A
relationship
Share on FacebookShare on Twitter

हस्तमैथुन यानी मैस्टर्बेशन के बारे में एक जोक बहुत फ़ेमस है- इस दुनिया में 98% लोग मैस्टर्बेट करते हैं और जो दो प्रतिशत लोग नहीं करते, दरअसल, वो झूठ बोल रहे होते हैं! मैस्टर्बेशन एक बहुत सामान्य सेक्शुअल गतिविधि है, जिसके बारे में कई तरह के सवाल हम सभी के मन में उठते हैं. और बहुत ज़रूरी है कि इन सवालों के जवाब आपको कोई एक्स्पर्ट दे, ताकि आपको इसके बारे में सही जानकारी हो. वीवॉक्स के संस्थापक संगीत सेबैस्टियन ने एक्स्पर्ट से बात कर के ऐसी ही जानकारी जुटाई है.

 

मैस्टर्बेशन एक ऐसी सेक्शुअल क्रिया है, जो हमारे जीवन में अहम् भूमिका निभाती है. टीनएज से ले कर हमारे बुज़ुर्ग हो जाने तक भी मैस्टर्बेशन हमारी सेक्शुअल और मेंटल हेल्थ के लिए मायने रखता है. कई लोग मैस्टर्बेशन को बड़ा शर्मिंदगी भरा मानते हैं, क्या ये वाक़ई ऐसी ऐक्टिविटी है? कुछ लोगों को ये लगता है कि शादी के बाद पुरुष और महिलाएं मैस्टर्बेशन नहीं करते हैं या उन्हें नहीं करना चाहिए, पर क्या यह बात सच है? कितनी बार मैस्टर्बेट करना ज़्यादा मैस्टर्बेट की श्रेणी में आता है? इस तरह के कितने ही सवाल हैं, जिनके सही जवाब जानना ज़रूरी है. इसके लिए मैंने डॉक्टर लॉरेंस आई सैंक से बात की, जो हार्वड से प्रशिक्षित सेक्स-थेरैपिस्ट हैं और जो मैस्टर्बेशन पर अपनी रिसर्च के लिए जाने जाते हैं. वे वर्ष 1973 से अमेरिका में कपल थेरैपिस्ट हैं और वीवॉक्स के को-फ़ाउंडर भी हैं. यहां पेश हैं, मैस्टर्बेशन को लेकर उनसे हुए सवाल-जवाब के अंश.

इन्हें भीपढ़ें

बच्चों को सब्ज़ियां खिलाना उतना कठिन भी नहीं, जितना आपको लगता है!

बच्चों को सब्ज़ियां खिलाना उतना कठिन भी नहीं, जितना आपको लगता है!

October 9, 2023
सेक्स को अधिक संतुष्टिप्रद और आनंददायक कैसे बनाया जाए?

सेक्स को अधिक संतुष्टिप्रद और आनंददायक कैसे बनाया जाए?

August 28, 2023
क्या आपने बच्चों को ये लाइफ़ स्किल्स सिखाई हैं?

क्या आपने बच्चों को ये लाइफ़ स्किल्स सिखाई हैं?

August 23, 2023
सेक्स एजुकेशन: पहले हमारा देश इस मुद्दे पर कहीं ज़्यादा प्रगतिशील था

सेक्स एजुकेशन: पहले हमारा देश इस मुद्दे पर कहीं ज़्यादा प्रगतिशील था

August 17, 2023

संगीत सेबैस्टियन: क्या विवाहित जीवन में या किसी कमिटेड रिश्ते में होने पर भी किसी पुरुष या महिला का मैस्टर्बेट करना शर्मिंदगी की बात है?
डॉक्टर लॉरेंस आई सैंक: मुझे ख़ुशी है कि अपने सवाल में आपने महिलाओं को भी शामिल किया. विवाहित जीवन होने पर भी महिला या पुरुष का मैस्टर्बेट करना बिल्कुल भी शर्मिंदगी भरी बात नहीं है. ना ही ऐसा करने पर दोनों के बीच के रिश्ते की क्वालिटी पर कोई असर पड़ता है और ना ही भावनात्मक बंधन पर. कई बार पति या पत्नी छुप कर या आश्रय लेने के लिए मैस्टर्बेशन का सहारा लेते हैं, और वे अपने पार्टनर से अलग इसे अंजाम देते हैं. लेकिन कई पति-पत्नी एक-दूसरे की मैस्टर्बेट करने में सहायता करते हैं या साथ में ही इसे अंजाम देते हैं, क्योंकि ऐसा करने उन्हें ख़ुशी मिलती है, वे आनंद महसूस करते हैं.

संगीत सेबैस्टियन: कितना मैस्टर्बेशन बहुत ज़्यादा मैस्टर्बेशन की श्रेणी में आता है?
डॉक्टर लॉरेंस आई सैंक: मुझे लगता है कि इस सवाल का जवाब देने के कई तरीक़े हैं. इससे बेहतर यह जानना है कि आप मैस्टर्बेट कर क्यों रहे हैं? यदि आप मैस्टर्बेट इसलिए करते हैं कि आप उत्तेजित यानी अराउज़्ड महसूस कर रहे हैं और इससे आपको आनंद मिलता है तो यह एक बहुत अच्छी प्रक्रिया है. लेकिन कई बार लोग दूसरे कारणों की वजह से मैस्टर्बेट करते हैं, जैसे- अच्छी नींद आ जाए, तनाव या चिंता कम हो जाए या फिर किसी अप्रिय स्थिति, बुरा मूड मसलन, ग़ुस्सा आदि आ जाए तब मैस्टर्बेट करते हैं. कभी-कभी वे विरोधस्वरूप भी ऐसा करते हैं कि मुझे सेक्शुल प्लेशर के लिए अपने साथी का सहारा क्यों लेना पड़े, मैं ख़ुद ही ख़ुद को ख़ुश रख सकता/सकती हूं.
आपने मुझसे जो सवाल पूछा है कि कितना मैस्टर्बेशन बहुत ज़्यादा की श्रेणी में आता है? तो इसका जवाब यह है कि यदि मैस्टर्बेशन एक काम है और आप इसे करना नहीं चाहते, लेकिन कर रहे हैं तो यह भी इस बात का संकेत है कि इसे ज़्यादा किया जा रहा है. दूसरा संकेत जिसे समझ पाना ज़्यादा आसान होगा, वो ये है कि क्या यह आपकी महत्वपूर्ण गतिविधियों में बाधा बन रहा है, यानी क्या आप पढ़ने के समय पर पढ़ने के बजाय मैस्टर्बेट कर रहे/रही हैं? क्या किसी वर्क प्रोजेक्ट पर ध्यान देने की बजाय मैस्टर्बेट कर रहे हैं? एक्सरसाइज़ के बजाय मैस्टर्बेशन में संलिप्त हैं? तो इसके भी कई कारण हैं कि लोग अपना काम करने के बजाय मैस्टर्बेशन का चुनाव क्यों करते हैं. यदि कोई पढ़ाई करते समय, काम के वक़्त या फिर अपने रिश्तों के दौरान बजाय काम की और ज़्यादा महत्वपूर्ण चीज़ों को नज़रअंदाज़ कर के मैस्टर्बेट कर रहा है तो समझा जा सकता है कि यह बहुत ज़्यादा हो रहा है.


संगीत सेबैस्टियन: क्या मैस्टर्बेटशन से कोई ख़ुद को नुक़सान पहुंचा सकता है?
डॉक्टर लॉरेंस आई सैंक: मुझे लगता है कि मैस्टर्बेशन के बारे में एक टर्म मल्टी-डिटरमांइड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, क्योंकि बहुत सारे ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से लोग किसी गतिविधि में शमिल होते हैं और मैस्टर्बेशन भी इन्हीं गतिविधियों में से एक है. मैं इसका बहुत ज़्यादा विश्लेषण नहीं करना चाहता हूं. जहां तक सवाल ये है कि क्या कोई मैस्टर्बेशन से ख़ुद को शारीरिक नुक़सान पहुंचा रहा है? तो जवाब ये है कि इसकी संभवाना न के बराबर है. और मैं यह भी कहना चाहूंगा कि हम कभी इस बारे में भी अलग से बात करें कि किस तरीक़े से मैस्टर्बेशन करने से किसी को शारीरिक नुक़सान हो सकता है.
यदि आप मैस्टर्बेशन की बारंबारता यानी फ्रीक्वेंसी को ले कर सवाल कर रहे हैं तो नुक़सान की संभावना नहीं है. हमें मैस्टर्बेशन को कलंक या शर्मिंदगी के रूप में देखना छोड़ ही देना चाहिए.

संगीत सेबैस्टियन: मैस्टर्बेशन के बारे में मैंने कई तरह की स्टडीज़ को पढ़ा है. इस दौरान मैंने एक ऐसी स्टडी देखी, जिसमें कहा गया है कि वैवाहिक या प्रतिबद्ध रिश्ते में संलिप्त पुरुष के मैस्टर्बेट करने की संभावना, कंवारे पुरुष की तुलना में बढ़ जाती है. आपके अनुसार, इसका कारण क्या हो सकता है? ये दिलचस्प है और मैं यह जानना चाहता हूं कि क्या यह केवल पुरुषों के लिए ही सही है या महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए सही है.
डॉक्टर लॉरेंस आई सैंक: मैंने भी उसे देखा है और वह स्टडी केवल पुरुषों के बारे में बात करती है. मेरे पास इस बारे में महिलाओं के संबंध में कोई आंकड़े नहीं हैं. पुरुषों के बारे में जहां तक मैं समझता हूं या अंदाज़ा लगा सकता हूं वो ये है कि जब वे प्रतिबद्ध रिश्ते में होते हैं, उनका कोई नियमित साथी होता है तो उनकी कामेच्छा में बढ़ोतरी हो जाती है. अब यदि उनका पार्टनर उतनी ज़्यादा बार, हर दूसरे या चौथे दिन, जैसा भी वे चाहते हों, सेक्शुअल संबंध बनाने में दिलचस्पी नहीं लेता हो तो वे मैस्टर्बेशन का सहारा ले लेते हों. यह मेरा अपना अंदाज़ा है.

फ़ोटो: पिन्टरेस्ट

 

Tags: intercoursemasturbationsexsexual relationइंटरकोर्समैस्टर्बेशनसेक्शुअल रिलेशनसेक्सहस्तमैथुन
संगीत सेबैस्टियन

संगीत सेबैस्टियन

संगीत सेबैस्टियन, भारत के पहले डिजिटल थेरैपी प्लैटफ़ॉर्म वीवॉक्स के संस्थापक हैं, जिसे उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के डाक्टर्स के साथ मिलकर ऐसे लोगों की मदद के लिए बनाया है, जो सेक्स संबंधी परेशानियों से जूझ रहे हैं. यह एक निजी, किसी भी तरह की ग्लानि से मुक्त और वाजिब प्लैटफ़ॉर्म है, जहां आप अपनी समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान पा सकते हैं.

Related Posts

वैवाहिक रिश्तों में भी होता है सत्ता का समीकरण
ज़रूर पढ़ें

वैवाहिक रिश्तों में भी होता है सत्ता का समीकरण

August 11, 2023
polyamory
ज़रूर पढ़ें

महिला हों या पुरुष दोनों के लिए बेहद सामान्य है एक से अधिक लोगों के प्रति सेक्शुअल आकर्षण

July 24, 2023
parenting
ज़रूर पढ़ें

बढ़ते बच्चों को अपने अनुभवों से समझाएं

July 8, 2023
Facebook Twitter Instagram Youtube
Oye Aflatoon Logo

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.