विगत पांच मई से कोचीन में जारी केरल ट्रैवल मार्ट में दर्शकों, पर्यटकों, ख़रीदारों और विक्रेताओं का ध्यान खींच रही है कैरवैन बस. देश के इस सबसे बड़े पर्यटन महोत्सव, केरल ट्रैवल मार्ट (केटीएम) के 11 वें संस्करण में भाग लेने आए विदेशी और घरेलू ख़रीदार कैरवैन बस में गहरी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. इसके बारे में हमें कई दिलचस्प बातें बता रही हैं सुमन बाजपेयी.
केटीएम-2022 के प्रवेश द्वार पर कैरवैन बस के प्रदर्शित मॉडल पर आश्चर्य करते हुए, दुनिया भर के कई व्यापारिक प्रतिनिधि इस आरामदायक और अत्याधुनिक कैरवैन को देखकर उत्साहित हैं. केरल सरकार इसकी ख़रीद पर 15 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है, जिससे कैरवैन की बिक्री में वृद्धि हुई है. विशेष रूप से टूर ऑपरेटर इसे लेकर काफ़ी दिलचस्पी दिखा रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह पर्यटकों को आकर्षित करेगा..
सुविधाओं से लैस है
कैरवैन के ज़रिए कस्टमाइज़्ड पर्यटन का प्रबंध भी किया जा सकता है, जिसकी वजह से पर्यटकों और टूर ऑपरेटर्स के बीच इसे लेकर काफ़ी उत्साह है. परिवार के साथ यात्रा करने के लिए यह बहुत ही सुविधाजनक माध्यम है. राज्य में जगह-जगह कैरवैन पार्क भी बनाए गए हैं, जहां उतर कर विभिन्न स्थलों का आनंद लिया जा सकता है. इसमें किचन भी, जिसमें पर्यटक अपनी पसंद से जो चाहे बना सकते हैं.
कैरवैन बस में सोफ़ा, दो डबल बेड, शौचालय, बाथरूम, रसोई, इन्वर्टर और जनरेटर जैसी सभी सुविधाएं हैं. इसके तकनीकी प्रबंधक श्री गौतम बोपैय्या ने बताया कि पांच लोगों के बैठने के लिए कॉम्पैक्ट डिज़ाइन के साथ उनके आराम का पूरा ध्यान रखते हुए किफ़ायती कैरवैन डिज़ाइन किया गया है. इन्हें परिवार के साथ घूमने आए पर्यटक और बिज़नेस के उद्देश्य से प्रयोग किए जाने के हिसाब से ज़रूरी मांगों का पूरी तरह से ध्यान रखते हुए डिज़ाइन किया गया है. वाहन की छत पर एक अतिरिक्त बेड रूम भी बनाया गया है. उन्होंने कहा कि यह वाहन, जिसे 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति सीमा पर चलाया जा सकता है, संकरी सड़कों पर भी आराम दौड़ सकता है.
पर्यटन को इससे बल मिलेगा
कोरोना महामारी के बाद पर्यटन के क्षेत्र में आई मंदी से उबरने में, ट्रैवल-टूरिज़्म को पुनर्जीवित करने में कैरवैन का कॉन्सेप्ट मदद करेगा. हमारे देश में ही नहीं विदेशों से आए ख़रीदार भी इसे देख उत्साहित हैं. केरल के पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने इस साल फ़रवरी में इडुक्की ज़िले के वागामोन में राज्य का पहला कैरवैन पार्क खोला. “आराम और गुणवत्ता में, केरल द्वारा प्रस्तुत कैरवैन उच्च मानकों को दर्शाता है. ये यूरोप में पाए जाने वाले सामान्य पर्यटक कैरवैन की तुलना में बहुत अधिक पर्सनलाइज़्ड वाहन है”, बुल्गारिया से आए मैग्डेलेना लुबेनोवा ने कहा.
दिल्ली के गुरमुख सिंह ने कहा कि इसकी विशिष्ट विशेषताओं के अनुसार, केरल की कैरवैन पर्यटन नीति अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श मॉडल है. “केरल द्वारा पेश किया गया कैरवैन हाई एंड पर्यटन को फिर से परिभाषित करेगा. देश में उच्च वेतन पाने वाले युवाओं की संख्या बढ़ रही है. जब भी वे अपने व्यस्त पेशेवर जीवन से छुट्टी लेंगे, वे कैरवैन पर्यटन को एक आकर्षक विकल्प के रूप में देखेंगे. इससे युवाओं के लिए भी बहुत सारे अवसर खुलेंगे,”उन्होंने कहा. मुंबई के समीर वोरा ने कहा कि भारत में कैरवैन पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं.
“इसमें कोई शक़ नहीं, कैरवैन सफ़ारी केरल आने वाले पर्यटकों को एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगी. यात्रा के दौरान प्रकृति के क़रीब रहकर किसी पर्यटन स्थल की बेजोड़ सुंदरता का आनंद लेने का यह सबसे आदर्श तरीक़ा है. यह परियोजना राज्य भर में रोज़गार के भरपूर अवसर भी पैदा करेगी,” यह कहना था केरल ट्रैवल मार्ट सोसाइटी के अध्यक्ष बेबी मैथ्यू का.
फ़ोटो: केरल टूरिज़्म