• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
ओए अफ़लातून
Home ज़रूर पढ़ें

लोग केवल कहते हैं कि वे ग़ैर राजनीतिक हैं, दरअसल वे हक़ीक़त का समाना करने से बचते हैं

कहीं आप भी तो ऐसे नहीं है?

टीम अफ़लातून by टीम अफ़लातून
September 15, 2022
in ज़रूर पढ़ें, नज़रिया, सुर्ख़ियों में
A A
ढpolitics
Share on FacebookShare on Twitter

अक्सर हमारे देश के समृद्ध लोगों का यह कहना कि वे ग़ैर राजनीतिक हैं, यही बात उनकी अवसरवादिता का सबसे बड़ा उदाहरण है. यह तटस्थता देर-सबेर हम सब पर भारी पड़ेगी. यही बात यहां समझा रहें जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार.

हमारे देश में अधिकतर लोगों कहते हैं कि वे कोई राजनैतिक व्यक्ति नहीं हैं. उनके लिए सभी पार्टियां एक जैसी हैं और वे अराजनैतिक व्यक्ति हैं. लेकिन यह तो सच है ना कि आप देशप्रेमी हैं, आप सरकार का समर्थन करते हैं, आप अपनी सेना और पुलिस का भी पूरा समर्थन करते हैं.
आप दलितों पर होने वाले अन्याय से इसलिए प्रभावित नहीं होते, क्योंकि आप जातपात को नहीं मानते.आप आदिवासियों के साथ होने वाली हिंसा पर इसलिए ध्यान नहीं देते, क्योंकि आदिवासी नक्सलवादियों को समर्थन देते हैं और इसलिए पुलिस उन्हें मारती है.
आपको मुसलमानों के साथ होने वाले अन्याय से कोई परेशानी इसलिए नहीं होती, क्योंकि आप साम्प्रदायिक भी नहीं हैं. आपका कहना है कि आप ग़ैर राजनैतिक व्यक्ति है.आपको राजनीति में कोई रुचि नहीं है, लेकिन आप असल में झूठ बोल रहे हैं.

यही सबसे बड़ी राजनीति है
आपका यह कहना कि आपकी कोई राजनीति नहीं है, यही आपकी सबसे बड़ी राजनीति है. असल में आपको राजनीति में भाग लेनी की ज़रूरत इसलिए नहीं है, क्योंकि राजनीति इस समय देश में जो कुछ कर रही है, आप उसके कारण बड़े आराम मे हैं.
ध्यान से देखिए, अपने आप को. आपके पास एक नौकरी है. आप एक मजदूर या किसान से कई गुना कम काम करते हैं, लेकिन आपको कई गुना ज़्यादा रुपए मिलते हैं.
आपकी बिजली के लिए आदिवासी का घर तोड़ा जाता है, आपके मकान में लगे सीमेंट के लिए कई गांव के लोग अस्थमा से खांस कर दम तोड़ते हैं, आपके लोहे के लिए कई नदियां लाल गाद से भर जाती है, उसमें फंस कर कई हज़ार जानवर मर जाते हैं, कई किसान बरबाद हो जाते हैं.
आपके घर में लगे दरवाज़ों और फ़र्नीचर के लिए कितने ही जंगल काट डाले गए, विरोध करने वाले आदिवासी परिवारों को जेलों में ठूंस दिया गया. आप जिस कंपनी में काम करते हैं, उसके लिए कच्चे माल के लिए कितने ही लोगों की ज़मीनों को छीनने के लिए पुलिस नें विरोध करने वाली आदिवासी महिलाओं से बलात्कार किया. और आप कहते हैं कि आप ग़ैर राजनैतिक हैं. झूठ, सरासर झूठ!

इन्हें भीपढ़ें

खुली हवा: पूजा भारद्वाज की लघु कथा

खुली हवा: पूजा भारद्वाज की लघु कथा

January 14, 2023
क्या आप लोकतंत्र को बनाए रखने में ईमानदारी से भागीदारी कर रहे हैं?

क्या आप लोकतंत्र को बनाए रखने में ईमानदारी से भागीदारी कर रहे हैं?

January 12, 2023
pouring-edible-oil

तो आप किचन में कौन से तेल (एडिबल ऑइल) का इस्तेमाल करते हैं?

January 9, 2023
new-year-confusion

नए साल के बारे में अपने सारे कन्फ़्यूज़न दूर कर लीजिए

January 6, 2023

आप लोगों जैसा वर्ग बहुत छोटा है
इस सब अन्याय होते हुए चुपचाप देखते रहना ही आपकी राजनीति है.आपकी राजनीति यह है कि जब तक आप ख़ुद मज़े उड़ा रहे हैं, तब तक आप चाहते हैं कि सब कुछ ऐसे ही चलता रहे. लेकिन मज़ा उड़ने वाला आपका वर्ग बहुत छोटा है. देश में ज़्यादातर लोग वह हैं, जो तकलीफ़ में है.
जो तकलीफ़ में हैं वो चाहते है कि सब कुछ बदल जाए इसलिए ये लोग हड़ताल करते हैं, यह लोग लाइन में लग कर वोट डालते हैं. इस उम्मीद में कि शायद इस दफ़ा कुछ बदल जाएगा.
यही लोग हैं जो आदिवासी इलाकों में रैली करते हैं और पुलिस की गोलियों से मारे जाते हैं. जिनके मर जाने की ख़बर छापने के लिए अख़बारों को एक कोना भी नहीं मिलता. आप फ़िल्म ऐक्ट्रेस की नई ड्रेस की पूरे पेज की फ़ोटो चाव से देखते हैं और मुंह बिचका कर कहते हैं- आई हेट पॉलिटिक्स.
पर सच तो ये है कि आप पॉलिटिक्स से हेट नहीं करते, आप हक़ीक़त से हेट करते हैं. आप इंसाफ का साथ देने से डरते हैं. आप सोचते हैं कि सही के हक़ में आवाज़ उठाऐंगे तो आपके संगी साथी चोपड़ा, शर्मा, पांडे, अग्रवाल सब आपकी हंसी उड़ाएंगे. और बोलेंगे कि पागल हो गए हो? या कम्युनिस्ट बन रहे हो क्या? या कहेंगे कि नक्सलवादी बन रहे हो क्या? आप सोचते हैं कि कहीं सरकार या पुलिस नाराज़ ना हो जाए? कहीं आपके बेटे बेटी की जॉब पर कोई आंच ना आ जाए? कहीं पुलिस आपके दरवाज़े तक ना आ जाए?

आपकी तटस्थता चालकीभरी राजनीति है
तो जनाब आपकी राजनीति, ख़ुद की हैसियत, सुख सुविधा और रुतबे को बचाए रखने की राजनीति है.आप ग़ैर राजनैतिक बिल्कुल भी नहीं हैं, लेकिन आप जैसों के लिए ही दिनकर नें बहुत पहले लिखा था:
‘जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनका भी अपराध ‘
आपका तटस्थ होना ही आपकी चालकी से भरी राजनीति है.
ठीक इसी मुद्दे पर भगत सिंह ने वाइसराय को खत लिख कर कहा था- हम मानते हैं हम एक युद्ध में शामिल हैं, लेकिन यह युद्ध आपने शुरू किया है. आपकी पुलिस आपकी सेना रोज़ गरीबों की ज़मीनों और जीवन के साधनों पर हमला करके उन्हें छीन रही है. इस युद्ध में आपकी पूरी सरकारी मशीनरी, आपकी सेनाएं, हथियारों के भारी ज़खीरे शामिल हैं,आपने जनता के विरुद्ध एक युद्ध छेड़ा हुआ है. हम तो सिर्फ़ जनता के ऊपर छेड़े गए आपके इस युद्ध का जवाब दे रहे हैं इसलिए आप हमें युद्ध बंदी मानिए और हमें फांसी देने की बजाय हमें गोली से उड़ा दीजिए.
आज भी एक युद्ध चल रहा है. भारतीय राज्य के सशस्त्र दस्ते आदिवासी इलाकों में जनता के विरुद्ध एक युद्ध कर रहे हैं. आपके फ़ेवरिट उद्योगपतियों के कारखानों के लिए, लोहा, कोयला, सोना, पानी, ज़मीनें, जंगल पर कब्ज़ा करने के लिए. आपके फ़ेवरिट नेता फ़ौजों को देश के किसानों, आदिवासियों को मार कर ज़मीनों पर कब्ज़ा करने का हुक्म दे रहे हैं.
आपके फ़ेवरिट सुपर स्टार इस युद्ध से आपका ध्यान हटाने के लिए आपका दिल बहला रहे हैं. ठीक इसी समय आपके फ़र्ज़ी धर्मगुरु आपको मन की शांति के झूठे नुस्ख़े दे रहे हैं. आपके पुरस्कार लोलुप कवि और साहित्यकार फ़र्ज़ी और मनगढंत विषयों पर खोखले साहित्य का कचरा आपको परोस रहे हैं. और आप कहते हैं आपको इस अब से कोई लेना देना नहीं है? आप कहते है कि आप ग़ैर राजनैतिक हैं?
बिलकुल झूठ, आप घोर राजनैतिक, स्वार्थी, चालाक और डरपोक व्यक्ति हैं.

फ़ोटो: पिन्टरेस्ट, altpick.com

Tags: non-political peopleopportunismpoliticsrealitytribalअवसरवादिताआदिवासीग़ैर राजनीतिक लोगराजनीतिहक़ीक़त
टीम अफ़लातून

टीम अफ़लातून

हिंदी में स्तरीय और सामयिक आलेखों को हम आपके लिए संजो रहे हैं, ताकि आप अपनी भाषा में लाइफ़स्टाइल से जुड़ी नई बातों को नए नज़रिए से जान और समझ सकें. इस काम में हमें सहयोग करने के लिए डोनेट करें.

Related Posts

hindi-urdu-sisterhood
ज़रूर पढ़ें

क्या यह भी सोचना होगा कि बधाई दें या मुबारकबाद कहें?

January 4, 2023
pooja-hegde
ज़रूर पढ़ें

इंडियन हो या वेस्टर्न पूजा हेगड़े के हर अंदाज़ पर आप कह उठेंगी- वाह!

January 3, 2023
अंधाधुंध विकास के दौर में बीमारियों के गुलदस्ते से आख़िर कब तक उम्र सजाएं?
ज़रूर पढ़ें

अंधाधुंध विकास के दौर में बीमारियों के गुलदस्ते से आख़िर कब तक उम्र सजाएं?

January 2, 2023

Recommended

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे: क़ैसर-उल ज़ाफ़री के शेर

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे: क़ैसर-उल ज़ाफ़री के शेर

1 year ago
क्या बारिश के मौसम में आपके स्कैल्प पर भी खुजली की समस्या हो जाती है? यहां मिलेगा इसका समाधान

क्या बारिश के मौसम में आपके स्कैल्प पर भी खुजली की समस्या हो जाती है? यहां मिलेगा इसका समाधान

2 years ago
बारिशों वाली शाम: जयंती रंगनाथन की कहानी

बारिशों वाली शाम: जयंती रंगनाथन की कहानी

2 years ago
Leo-Tolstoy_Stories-in-Hindi

व्हॉट मेन लिव बाय: मनुष्य और मानवता की कहानी (लेखक: लेव तॉलस्तोय)

1 month ago
चलिए, आपको ले चलें चॉकलेट की ऐतिहासिक सैर पर

चलिए, आपको ले चलें चॉकलेट की ऐतिहासिक सैर पर

9 months ago
मातृभूमि: सोहनलाल द्विवेदी की कविता

मातृभूमि: सोहनलाल द्विवेदी की कविता

1 year ago
Shrilal-Shukla_Kahani

एक चोर की कहानी: बड़े चोरों द्वारा छोटे चोर की तलाश की दास्तां (लेखक: श्रीलाल शुक्ल)

1 month ago
क्यों ज़रूरी है समाज में न्याय होना? क्या है न्याय, अन्याय और सभ्य समाज का आपसी रिश्ता?

क्यों ज़रूरी है समाज में न्याय होना? क्या है न्याय, अन्याय और सभ्य समाज का आपसी रिश्ता?

1 year ago
No Result
View All Result

ईमेल सब्स्क्रिप्शन

नए पोस्ट की सूचना मेल द्वारा पाने हेतु अपना ईमेल पता दर्ज करें

Highlights

अच्छी कविता: श्यौराज सिंह बेचैन की कविता

प्रेज़ेंट: एक बिंदास महिला की कहानी (लेखक: भगवतीचरण वर्मा)

बलि का बकरा: कहानी गांव के एक नटखट लड़के की (लेखक: शरतचंद्र)

किसान: मैथिलीशरण गुप्त की कविता

सर्पगान: एक कलाकार की दर्दभरी कहानी (लेखक: आरके नारायण)

वर दे वीणा वादिनी वर दे: सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की कविता

Trending

देशप्रेम का पाठ पढ़ानेवाली 10 बॉलिवुड मूवीज़
ओए एंटरटेन्मेंट

देशप्रेम का पाठ पढ़ानेवाली 10 बॉलिवुड मूवीज़

by अमरेन्द्र यादव
January 26, 2023

वैसे तो हमें पढ़ना किताबों से चाहिए, क्योंकि फ़िल्में सिर्फ़ मनोरंजन के लिए होती हैं. पर किताबें...

Subhadra-Kumari-Chauhan_Kahani

पवित्र ईर्ष्या: कहानी एक ईर्ष्यालू पति की (लेखिका: सुभद्रा कुमारी चौहान)

January 24, 2023
Basheer-Badra_Shayari_Yoon-koi-bewafa-nahi-hota

यूं कोई बेवफ़ा नहीं होता: बशीर बद्र की ग़ज़ल

January 24, 2023
बच्चा लाल उन्मेष

अच्छी कविता: श्यौराज सिंह बेचैन की कविता

January 23, 2023
Bhagwaticharan-Verma_Kahani

प्रेज़ेंट: एक बिंदास महिला की कहानी (लेखक: भगवतीचरण वर्मा)

January 23, 2023
Facebook Twitter Instagram Youtube
ओए अफ़लातून

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • टीम अफ़लातून

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist