• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक
ओए अफ़लातून
Home सुर्ख़ियों में ख़बरें

सुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा का तीसरा खंड-निंदक नियरे राखिए

शिल्पा शर्मा by शिल्पा शर्मा
December 3, 2020
in ख़बरें, सुर्ख़ियों में
A A
सुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा का तीसरा खंड-निंदक नियरे राखिए
Share on FacebookShare on Twitter

यदि आप भी भारत के लोकप्रिय हिन्दी उपन्यासकार सुरेन्द्र मोहन पाठक की लेखनी के मुरीद हैं तो आपको जानकर ख़ुशी होगी कि उनकी आत्मकथा का तीसरा खंड- निंदक नियरे राखिए अब पाठकों के लिए बाज़ार में उपलब्ध हो गया है.

रहस्य-रोमांच से भरे अपने उपन्यासों के जरिये लाखों-लाख पाठकों को अपना मुरीद बना चुके पाठक की आत्मकथा के दो खंड न बैरी न कोई बेगाना और हम नहीं चंगे बुरा न कोय पहले ही छप चुके हैं और व्यापक रूप से प्रशंसित रहे हैं.
अपने शुरुआती जीवन की कथा उन्होंने न बैरी न कोई बेगाना में लिखी है और लेखकीय जीवन के हलचल भरे दिनों की कथा हम नहीं चंगे बुरा न कोई में बयान की है.
राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित उनकी आत्मकथा के इस तीसरे खंड निंदक नियरे राखिए में उन्होंने अपने उन दिनों की कहानी कही है, जब उपन्यासकार के रूप में उनकी ख्याति बढ़ती जा रही थी और वे दुनियादारी के नए चेहरों से परिचित हो रहे थे. इसमें एक ओर पाठकों और प्रशंसकों की दीवानगी के हैरान कर देने वाले क़िस्से हैं तो दूसरी ओर प्रकाशकों से बनते-बिगड़ते रिश्तों की बेबाक यादें हैं.
सुरेन्द्र मोहन पाठक के सबसे प्रसिद्ध उपन्यास थे: असफल अभियानऔर खाली वार. वर्ष 1977 में छपे उनके उपन्यास पैंसठ लाख की डकैती की अब तक ढाई लाख प्रतियां बिक चुकी हैं. पाठक जी के अब तक 300 से अधिक उपन्यास छप चुके हैं.

लेखक: सुरेन्द्र मोहन पाठक
पुस्तक: निंदक नियरे राखिए
सेगमेंट: आत्मकथा
प्रकाशक: राजकमल प्रकाशन
बाइंडिंग: पेपरबैक
मूल्य: 299/-

इन्हें भीपढ़ें

चंद्रयान-3: विक्रम और प्रज्ञान से दुनिया को है नई खोजों की उम्मीद

चंद्रयान-3: विक्रम और प्रज्ञान से दुनिया को है नई खोजों की उम्मीद

August 24, 2023
Subhadra-Kumari-Chauhan

सुभद्रा कुमारी चौहान, जिन्होंने हिंदी साहित्य को मिलाया था ‘आधुनिक मीरा’ से

August 16, 2023
जब प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बताए ‘जय हिंद’ के असली मायने

जब प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बताए ‘जय हिंद’ के असली मायने

August 16, 2023
इतिहास का पुनर्निर्माण: दुरुस्तीकरण के लिए आख़िर हम कितना पीछे जाएंगे?

इतिहास का पुनर्निर्माण: दुरुस्तीकरण के लिए आख़िर हम कितना पीछे जाएंगे?

August 10, 2023
Tags: Nindak Niyare RakhiyeSurendra Mohan PathakSurendra Mohan Pathak’s biographyकिताबेंनई किताबनिंदक नियरे राखिएसुरेन्द्र मोहन पाटकसुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा
शिल्पा शर्मा

शिल्पा शर्मा

पत्रकारिता का लंबा, सघन अनुभव, जिसमें से अधिकांशत: महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर कामकाज. उनके खाते में कविताओं से जुड़े पुरस्कार और कहानियों से जुड़ी पहचान भी शामिल है. ओए अफ़लातून की नींव का रखा जाना उनके विज्ञान में पोस्ट ग्रैजुएशन, पत्रकारिता के अनुभव, दोस्तों के साथ और संवेदनशील मन का अमैल्गमेशन है.

Related Posts

No-confidence-motion-2023
ज़रूर पढ़ें

‘फ़्लाइंग’ किस पर बवाल… किससे सवाल?

August 10, 2023
हीरो, विलन या विलन का पंटर अपनी कहानी में क्या हैं आप?
ज़रूर पढ़ें

हीरो, विलन या विलन का पंटर अपनी कहानी में क्या हैं आप?

August 9, 2023
आंकड़ों का प्रॉपगैन्डा और जीडीपी की कहानी
ज़रूर पढ़ें

आंकड़ों का प्रॉपगैन्डा और जीडीपी की कहानी

July 31, 2023

Comments 2

  1. Pingback: ทดลองเล่นบาคาร่าฟรี คาสิโนสด ครบวงจร
  2. Pingback: สล็อตทดลองเล่นฟรีถอนได้
Facebook Twitter Instagram Youtube
ओए अफ़लातून

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist