Tag: नज़रिया

लोकतंत्र में महिलाएं: आख़िर क्यों राजनीतिक दल महिला अध्यक्ष बनाने से बचते हैं?

लोकतंत्र में महिलाएं: आख़िर क्यों राजनीतिक दल महिला अध्यक्ष बनाने से बचते हैं?

इसी साल संसद के विशेष सत्र के दौरान भारतीय संसद ने लोकसभा और राज्यों की विधानसभा में एक तिहाई सीटें ...

भारत में दलित, भारत के दलित (पांचवीं कड़ी): 11 सूत्रीय सुझाव, जो लाएंगे दलितों के हालात में बदलाव

भारत में दलित, भारत के दलित (पांचवीं कड़ी): 11 सूत्रीय सुझाव, जो लाएंगे दलितों के हालात में बदलाव

‘भारत के दलित, भारत में दलित’ की पांचवीं और अंतिम कड़ी में डॉ रामजीलाल दलितों के सही मायने में उत्थान ...

भारत में दलित, भारत के दलित (चौथी कड़ी): हक़ की ज़मीन, हक़ की नौकरी और राजनैतिक भागेदारी… कितनी है दलितों की हिस्सेदारी?

भारत में दलित, भारत के दलित (चौथी कड़ी): हक़ की ज़मीन, हक़ की नौकरी और राजनैतिक भागेदारी… कितनी है दलितों की हिस्सेदारी?

‘भारत में दलित, भारत के दलित’ श्रृंखला की पिछली कड़ी मेंआपने पढ़ा, दलितों के ख़िलाफ़ बढ़ रहे अत्याचारों की कड़ी ...

भारत में दलित, भारत के दलित (तीसरी कड़ी): बदल जाती है सरकार, नहीं रुकता दलितों पर अत्याचार!

भारत में दलित, भारत के दलित (तीसरी कड़ी): बदल जाती है सरकार, नहीं रुकता दलितों पर अत्याचार!

‘भारत में दलित, भारत के दलित’ श्रृंखला की पिछली कड़ी में सामाजिक चिंतक, लेखक और दयाल सिंह कॉलेज, करनाल के ...

भारत में दलित, भारत के दलित (दूसरी कड़ी): हरियाणा की वंचित जातियों की संख्या और संघर्ष

भारत में दलित, भारत के दलित (दूसरी कड़ी): हरियाणा की वंचित जातियों की संख्या और संघर्ष

‘भारत में दलित, भारत के दलित’ श्रृंखला में आज सामाजिक चिंतक, लेखक और दयाल सिंह कॉलेज, करनाल के पूर्व प्राचार्य ...

Telengana-peoples-movement

महिला किसान (चौथी कड़ी): महिला किसानों ने जब हैदराबाद के निज़ाम की व्यवस्था की चूलें हिला दी थीं

सामाजिक चिंतक, लेखक और दयाल सिंह कॉलेज, करनाल के पूर्व प्राचार्य डॉ रामजीलाल द्वारा शुरू ‘महिला किसान’ श्रृंखला में तेभागा ...

Tebhaga-farmer-movement

महिला किसान (तीसरी कड़ी): तेभागा किसान आंदोलन, जिसमें महिलाओं ने जान फूंक दी थी

‘कृषि के नारीवादी सिद्धांत’ को पाठकों से मिली सराहना, सकारात्मक प्रतिक्रियाओं के बाद, ‘महिला किसान’श्रृंखला में सामाजिक चिंतक, लेखक और ...

महिला किसान (दूसरी कड़ी): कृषि का नारीवादी सिद्धांत, जो ला सकता महिला किसानों के अच्छे दिन

महिला किसान (दूसरी कड़ी): कृषि का नारीवादी सिद्धांत, जो ला सकता महिला किसानों के अच्छे दिन

‘महिला किसान’ इस श्रृंखला के पहले लेख में सामाजिक चिंतक, लेखक और दयाल सिंह कॉलेज, करनाल के पूर्व प्राचार्य डॉ ...

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