बच्चों की परवरिश चुनौतीभरी होती है, क्योंकि हर बच्चा अलग होता है! पर पैरेंट्स, वो अपने बच्चों को कोई कम प्यार थोड़े ही न करते हैं, इतना ज़्यादा प्यार करते हैं कि उन्हें अच्छी आदतें सिखाने में कोई कसर नहीं उठा रखते. हमें पता है, आप भी ऐसे ही माता-पिता हैं. तभी तो हम आपकी पैरेंटिंग की चुनौती को आसान करने के लिए कुछ न कुछ टिप्स लेकर आते ही हैं. यदि आप अपने तीन से आठ वर्ष के उम्र के बच्चों को सही व्यवहार सिखाना चाहते हैं तो यह आलेख ज़रूर पढ़ें.
तो आप भी अपने तीन से आठ वर्ष तक के बच्चों को अच्छा व्यवहार करने को प्रेरित करना चाहते हैं, उनमें अच्छी आदतें डालना चाहते हैं? पर यह काम आपको कठिन लग रहा है, क्योंकि समझाने से वे (बच्चा/बच्चे) इस बात को समझ ही नहीं पा रहे हैं. तो यक़ीन मानिए कि कुछ स्टार्स और कार्ड्स आपकी इस समस्या का बेहतरीन समाधान हैं. आप हमारी बात का अर्थ नहीं समझे? हम बच्चों को रिवॉर्ड पॉइंट्स देने की बात कर रहे हैं. यदि सकारात्मक तरीक़े से रिवॉर्ड सिस्टम को अपनाया जाए तो आप बच्चों के भीतर सही व्यवहार और आदतें डालने में सफलता पा सकते हैं. इसके लिए आप बच्चों को स्टिकर्स, पॉइंट सिस्टम या फिर कार्ड्स दे सकते हैं. ये रिवॉर्ड्स बच्चों को प्रेरित करते हैं. कैसे? यही तो हम बता रहे हैं.
जब आप उन्हें कोई नई आदत सिखाना चाहें
तीन से पांच वर्ष की उम्र के बच्चों को नई आदतें सिखाना, जैसे- खिलौने शेयर करना, बारी-बारी से खेलना, लोगों से आंखें मिलाकर बात करना, लोगों को अभिवादन करना, चीज़ों को जगह पर रखना वगैरह. तो उन्हें इसके बारे में बताएं और कहें कि यदि वे ऐसा करते हैं तो आप उन्हें रिवॉर्ड देंगी. ऐसे में जब भी बच्चा किसी आदत को व्यवहार में लाए तो आप उसे स्टार का स्टिकर दे सकते/सकती हैं. इस उम्र के बच्चे स्टार,पॉज़िटिव पॉइंट, ग्रीन कार्ड्स या फिर स्माइली फ़ेस बेहद पसंद करते हैं. हर बार नई आदत को सीखने और उसे अमल में लाने के लिए आप उन्हें स्टिकर या स्टार देंगे तो वे उन चीज़ों को सीख जाएंगे. जब वे एक आदत सीख जाएं तो आप उन्हें दूसरी आदत के लिए इसी तरह के रिवॉर्ड दे सकते हैं.
जब आप उनका व्यवहार बदलना चाहें
कई बार बच्चे कुछ ऐसा व्यवहार करने लगते हैं, जिन्हें बतौर पैरेंट्स हम बदलना चाहते हैं. उदाहरण के लिए ग़ुस्सा दिखाना, धक्का दे देना, दरवाज़ा ज़ोर से बंद करना, जवाब देना, चिल्लाना, भाई-बहनों से झगड़ना आदि. इन आदतों को बदलने के लिए बजाय बच्चे को बार-बार ‘ऐसा मत करो’ कहने के, आप उनका ध्यान किसी दूसरी ओर आकर्षित करा सकते/सकती हैं. ध्यान भटकाने से उनका फ़ोकस उस समय के लिए दूसरी ओर शिफ़्ट हो जाएगा. पर इन आदतों को बदलने में भी रिवॉर्ड सिस्टम आपकी मदद करेगा. यहां आपको अपनी रणनीति बदलनी होगी. यदि बच्चे को धक्का देने की आदत है तो आप उसे ग़ुस्से में भी अपने हाथ अपने पास ही रखने के लिए एक रिवॉर्ड पॉइंट या स्टिकर दें. इसकी बजाय आप अच्छे व्यवहार के लिए ग्रीन कार्ड और बुरे व्यवहार के लिए रेड कार्ड जैसा सिस्टम भी रख सकते/सकती हैं. दिन में पांच बार वो धक्का नहीं देता तो हर बार उसे एक रिवॉर्ड पॉइंट दें और शाम को जब आप सब डिनर के लिए साथ बैठें तो परिवार के अन्य सदस्यों को भी बताएं कि आज अपनी आदत सुधारकर बच्चे ने कितने रिवॉर्ड पॉइंट्स कमाए. एक बार में एक आदत सुधारने का बीड़ा उठाएं. जब वह आदत सुधर जाए तो दूसरी आदत की ओर बढ़ें. यक़ीन मानिए, आदत सुधरने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.
जब आप उन्हें घर के और अपने काम सिखाना चाहें
बतौर पैरेंट्स तीन से आठ वर्ष तक के बच्चों को ख़ुद ब्रश करना, नहाना, कंघी करना, अपने कपड़े पहनना, बाहर से आने पर हाथ-मुंह धोना, जैसे कई काम सिखाने होते हैं. इसके लिए बिहेवियर चार्ट्स का सहारा लिया जा सकता है. हर बार अपना काम ख़ुद करने पर उन्हें रिवॉर्ड पॉइंट्स, स्टिकर्स या फिर ग्रीन कार्ड दिया जा सकता है. यहां एक बात ध्यान रखना ज़रूरी है कि आप अपने बच्चे की पसंद का ख़्याल रखें कि वो स्टिकर चाहता है, स्माइली या फिर ग्रीन कार्ड. यहां आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि इस रिवॉर्ड सिस्टम में बच्चों के पॉइंट्स को आप किस तरह ‘रिडीम’ करने की योजना बनाते हैं, क्योंकि जब बच्चे बड़े होते जाते हैं तो उन्हें तोहफ़े पाना पसंद होता है. अब ये तोहफ़े ऐसे न हों, जो उन्हें केवल रिवॉर्ड पाने के लिए ही प्रेरित करें या उन्हें और लालची बना दें. तो ये क्या होने चाहिए?
क्या दें रिवॉर्ड?
जब बच्चे अच्छी आदत अपना लें, नई आदत सीख लें, अपने व्यवहार में बदलाव लाएं और अपने काम ख़ुद करने लगें तो इन रिवॉर्ड पॉइंट्स को ‘रिडीम’ करने के लिए आप कुछ नियम बना सकते हैं. जैसे सप्ताहभर में 10 पॉइंट्स, 10 ग्रीन कार्ड्स या 10 स्टिकर्स मिलने आप उन्हें ये तोहफ़े दे सकते/सकती हैं:
• आप उनके साथ आधा घंटा ज़्यादा समय बिताएंगे
• आप उन्हें रात को एक की जगह दो कहानियां सुनाएंगे
• वे वीकेंड पर गार्डन में रोज़ से आधा घंटा ज़्यादा खेल सकते हैं
• वीकेंड पर कोई मूवी देख सकते हैं
• वीकेंड पर आइसक्रीम खाई जाएगी
• जिस दिन 10 पॉइंट्स इकट्ठे होंगे उस दिन का डिनर उनकी पसंद का होगा
• वीकेंड पर पार्क की ट्रिप होगी
• किसी एक दिन वे अपने दोस्तों को घर पर बुला सकते हैं
• उन्हें एक नई किताब मिलेगी
• आप उनके लिए उनकी पसंद की चीज़ बेक करेंगे
• उन्हें एक अच्छी-सी पेंसिल या पेन मिलेगा
• आप उन्हें एक नया इनडोर/आउटडोर गेम सिखाएंगे
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट