• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक
ओए अफ़लातून
Home ओए हीरो

‘‘देश के संविधान में लिखी बातों का सम्मान करें.’’

शिल्पा शर्मा by शिल्पा शर्मा
May 7, 2022
in ओए हीरो, मुलाक़ात
A A
mothers-day
Share on FacebookShare on Twitter

कल है-मदर्स डे! हालांकि कुछ लोग अब भी यह कहते मिल जाते हैं कि मदर्स डे मनाना हमारी संस्कृति नहीं, पर वे भी इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि हमारे देश में भी इसे मनाने का चलन पिछले कुछ सालों में बढ़ा ही है. इस दिन हमारे देश में हर धर्म और मज़हब के लोग बाज़ार के दबाव में ही सही अपनी मां को याद कर लेते हैं, उनसे फ़ोन पर बात कर लेते हैं और कुछ तो उन्हें हैप्पी मदर्स डे कह कर विश भी कर देते हैं. लेकिन जिस तरह हमारे देश के सामाजिक तानेबाने में पिछले कुछ सालों में बदलाव आया है, जिस तरह अल्पसंख्यकों, बहुसंख्यकों के मुद्दे उठाए जा रहे हैं और जिस तरह की हिंसा देखने में आई है, आख़िर यह भी तो जाना जाना चाहिए कि आख़िर एक मां ऐसे में कैसा महसूस करती है? आज से आठ मई तक हम रोज़ाना इस मामले में एक मां से बात कर के जानेंगे उनके दिल की बात. जानेंगे कि आज के परिवेश में वो अपने बच्चों को बड़ा करते हुए कैसा महसूस करती हैं? आज इस क्रम में हमने बात की शहडोल की सुचिता शर्मा से.

सुचिता शर्मा एनएचएम की सर्टिफ़ाइड ट्रेनर हैं. वे मैटरनल हेल्थ, निओ-नेटल हेल्थ और ऐडोलेसेंट हेल्थ के साथ-साथ कई सारे सामाजिक मुद्दों पर काम करती हैं, जैसे- वृक्षारोपण, रक्तदान वगैरह. वे मध्य प्रदेश के शहडोल ज़िले में रहती हैं. उनका एक बेटा है, जिसने हाल ही में कॉलेज में दाख़िला लिया है. हमने उनसे भी वे दो सवाल पूछे, जो इन दिनों हम मांओं से पूछ रहे हैं. आइए जानें, सुचिता के जवाब.

देश में आज का जो माहौल है, धर्मों को लेकर जो तनाव दिख रहा है, इस सब के बीच अपने बच्चे की परवरिश को लेकर आपकी क्या चिंताएं हैं?
मैं कट्टर ब्राह्मण परिवार से थी और मेरी शादी एक मुस्लिम परिवार में हुई. मैंने लव मैरिज की है, लेकिन मेरे परिवार का माहौल, जिस परिवार में में रह रही हूं, बहुत ही अच्छा है. मेरे जो पति बहुत सपोर्टिव नेचर के हैं और साथ ही ससुराल पक्ष के सभी लोग बहुत अच्छे हैं. मेरा 19 साल का बेटा है. मैंने आपको बता ही दिया है कि मैं ब्राह्मण परिवार की हूं और मेरी शादी मुस्लिम परिवार में हुई है तो उस हिसाब से मैंने अपने बेटे को दोनों धर्म की शिक्षा दी है. साथ ही, अपने बेटे को यह भी सिखाया कि कोई भी धर्म बुरा नहीं है. हर धर्म में अच्छी ही शिक्षा दी जाती है. अच्छी बातों को हमें एक्सेप्ट करना है, लेकिन साथ ही साथ यदि कहीं ग़लत होता देखें तो उसका विरोध भी करना है.
अगर मैं कहूं कि मुझे अपने बच्चे के लिए डर नहीं लगता तो यह ग़लत होगा. अभी तो मुझे कभी कभी अपने बच्चेके लिए बहुत डर लगता है. ख़ासतौर पर जैसा आजकल का माहौल चल रहा है, मुसलमानों के लिए तो चीज़ें बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है. लेकिन फिर भी सच्चाई तो यही है कि हर धर्म में अच्छे और बुरे लोग होते हैं, कोई धर्म बुरा नहीं होता. मैंने अपने बच्चे को संस्कार अच्छे दिए हैं साथ ही उसे सभी धर्मों का सम्मान करना भी सिखाया है. इसलिए थोड़ा आश्वस्त हूं.

इन्हें भीपढ़ें

naushera-ka-sher_brig-mohd-usman

ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान: नौशेरा का शेर

June 4, 2025
abul-kalam-azad

मौलाना अबुल कलाम आज़ाद: वैज्ञानिक दृष्टिकोण के पक्षधर

June 3, 2025
badruddin-taiyabji

बदरुद्दीन तैयबजी: बॉम्बे हाई कोर्ट के पहले भारतीय बैरिस्टर

June 2, 2025
dr-m-vishweshwaraiya

आधुनिक भारत के शिल्पकार डॉ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया

September 15, 2024

 

बतौर एक मां आप आज के समय में अपने बच्चों से, देश के दूसरे नागरिकों से और सरकार से क्या कहना चाहेंगी?
मां होने के नाते मैं बच्चों से यही कहना चाहूंगी कि अपने ऊपर विश्वास रखें, दूसरे धर्म का सम्मान करें, दूसरे धर्म के लोगों का सम्मान करें. और सबसे बड़ी बात ये है कि आप उस देश नागरिक हैं, जहां सर्व धर्म समभाव सबसे ऊपर माना जाता है तो अगर आप अपने देश का सम्मान बनाए रखना चाहते हैं तो जो बातें देश के संविधान में मौजूद हैं, लिखी गई हैं, उसका आप सम्मान करें.
अपने देश के नागरिकों से कहना चाहूंगी कि संवेदनशील बनें. आज तक हम जैसे रहते आ रहे थे मिलजुल कर प्यार से उसी तरीक़े से रहें. ज़िम्मेदार नागरिक बनें. देश का, शहर का माहौल बिल्कुल भी ना बिगाड़े. ना कोई धर्म बुरा होता है, ना उस धर्म के मानने वाले अधिसंख्य लोग बुरे होते हैं. जब आज तक हम सब इस देश में शांति से रहते रहे हैं और हमारे पूर्वज भी इतने अच्छे से रहा करते थे कि उस समय भारत सोने की चिड़िया कहलाता था. और अगर आप याद करें कि आज से कुछ समय पूर्व की स्थितियां कैसी थीं और आज स्थितियां कैसी हैं और आकलन करें कि स्थितियां क्यों बिगड़ी तो उसके लिए कहीं ना कहीं हम सभी ज़िम्मेदार हैं. हमें किसी की बातों में न आते हुए जैसे हम पहले प्यार से, सद्भावना से रहते आ रहे थे, उसी तरह रहना होगा. हम सबके ऊपर विश्वास बनाए रखें.
नागरिकों से मेरा यह अनुरोध है कि वे कम से कम यह सोचें कि हम अपने बच्चों के लिए कैसा वातावरण बना कर छोड़ रहे हैं? आज हम इस दुनिया में है कल हम इस दुनिया में नहीं रहेंगे, परंतु हम कम से कम अपने बच्चों के लिए ऐसे ऐसे समाज ऐसी दुनिया को छोड़कर जाएं, ताकि हमारे बच्चे उस समाज में उस देश में सर उठाकर जी सकें, पूरी तरह सुरक्षित रहते हुए. नहीं तो आने वाली जो पीढ़ी हमें कभी माफ़ नहीं करेगी कि हम उसके लिए कैसा देश छोड़े जा रहे हैं. क्योंकि इन सांप्रदायिक संघर्षों से किसी का कुछ नहीं बिगड़ रहा है, बिगड़ रहा है तो हमारा, आम जनता का, इस देश के नागरिक का भविष्य.
सरकार से मैं यही कहना चाहूंगी कि हम सब लोगों ने आप को चुना है वोट देकर आप की ज़िम्मेदारी बनती है हम सब लोगों की सुरक्षा देने की. देश में जो वातावरण बिगड़ रहा है, उसके लिए कहीं ना कहीं ज़िम्मेदारी सरकार की भी है. अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन करिए और जैसा सौहार्द्रपूर्ण वातावरण पहले था, उसे बहाल करने का ईमानदार प्रयास कीजिए.

फ़ोटो: गूगल

Tags: maa ke dil ki baatMother's DayMother's Day specialMother's heartParentingupbringingपरवरिशमदर्स डेमदर्स डे पर विशेषमां के दिल की बातमुलाक़ात
शिल्पा शर्मा

शिल्पा शर्मा

पत्रकारिता का लंबा, सघन अनुभव, जिसमें से अधिकांशत: महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर कामकाज. उनके खाते में कविताओं से जुड़े पुरस्कार और कहानियों से जुड़ी पहचान भी शामिल है. ओए अफ़लातून की नींव का रखा जाना उनके विज्ञान में पोस्ट ग्रैजुएशन, पत्रकारिता के अनुभव, दोस्तों के साथ और संवेदनशील मन का अमैल्गमेशन है.

Related Posts

life-mantra
ओए हीरो

आख़िर क्या है जीवन का मक़सद?

July 8, 2024
जानिए, कौन है वो शख़्सियत जिसके चलते हम मनाते हैं फ़ादर्स डे
ओए हीरो

जानिए, कौन है वो शख़्सियत जिसके चलते हम मनाते हैं फ़ादर्स डे

June 16, 2024
राम ने जब रोटी खाई तो क्यों हुई मेरी पिटाई?
ओए हीरो

राम ने जब रोटी खाई तो क्यों हुई मेरी पिटाई?

January 24, 2024
Facebook Twitter Instagram Youtube
Oye Aflatoon Logo

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.