• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक
ओए अफ़लातून
Home ज़रूर पढ़ें

सलाद की रोचक कहानी, जो आप नहीं जानते होंगे

कनुप्रिया गुप्ता by कनुप्रिया गुप्ता
February 26, 2022
in ज़रूर पढ़ें, ज़ायका, फ़ूड प्लस
A A
सलाद की रोचक कहानी, जो आप नहीं जानते होंगे
Share on FacebookShare on Twitter

तला-भुना खाना हमारे भोजन का हिस्सा रहा है पर हम हमेशा यही खाते रहे हैं, ऐसा बिल्कुल नहीं है. गरिष्ठ भोजन के साथ हम हल्के, सुपाच्य और हेल्दी फ़ूड के भी प्रसंशक रहे हैं और ये आज की बात नहीं है, सदियों से भारत में कंद-मूल-फल भोजन के रूप के में ग्रहण किए जाते रहे हैं. यही वजह है कि आज हम सलाद और उसकी रोचक कहानी पर चर्चा करने जा रहे हैं.

 

आजकल आपने देखा होगा हेल्दी डायट में लोगों ने सलाद का प्रयोग काफ़ी बढ़ा दिया है और सलाद, सैलेड हो गया है. ये ठीक वैसा ही है, जैसे योग जब तक हमारा था, हमें कद्र जरा कम थी पर जबसे वो पश्चिमी देशों में आया और वहां ‘योगा’ बन गया हमें भी अच्छा लगने लगा. उसके चाहने वाले भी बढ़ गए, ठीक इसी तरह हमारी पौराणिक कथाओं में भी भोजन रूप में कच्चे कंद-मूल, फल और सब्ज़ियों का सेवन करने के क़िस्से मिले जाएंगे. गांवों में किसी भी बड़े बुज़ुर्ग से पूछ लीजिए खेतों से गाजर, ककड़ी, मूली खाने की बातें करता मिल जाएगा तो यह पूरा मामला चीज़ वही, रूप नया वाला है.
बाक़ी आज जो सलाद का रूप हम देखते हैं, वह इन्ही सब चीज़ों का मिश्रण है, पर इसमें और भी कुछ स्वास्थ्य के लिए अच्छी चीज़ें डाली जाती है और उन्हें काटकर साफ़ करके एकसाथ मिला दिया जाता है.

इन्हें भीपढ़ें

idris-hasan-latif

एयर चीफ़ मार्शल इदरीस हसन लतीफ़: भारतीय वायुसेना के एक प्रेरक नायक

June 5, 2025
यहां मिलेंगे बारिश में झड़ते बालों को रोकने के उपाय

यहां मिलेंगे बारिश में झड़ते बालों को रोकने के उपाय

June 5, 2025
naushera-ka-sher_brig-mohd-usman

ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान: नौशेरा का शेर

June 4, 2025
कल चौदहवीं की रात थी: इब्न ए इंशा की ग़ज़ल

कल चौदहवीं की रात थी: इब्न ए इंशा की ग़ज़ल

June 4, 2025

सलाद आख़िर क्या है और ये नाम आया कहां से?
आपको एक बड़ी मज़ेदार बात बताती हूं. सलाद नाम सुनकर कई लोगों को लग सकता है कि इसमें सलाद वाली पत्तियों यानी लेटस या उसके अन्य प्रकारों का होना ज़रूरी होता होगा, पर सच्चाई यह है कि सलाद के लिए मिलने वाली इन तरह-तरह की पत्तेदार चीज़ों का सलाद में होना उसे सलाद नहीं बनता, बल्कि सलाद शब्द तो “साल” शब्द से बना है, जिसका अर्थ होता है नमक. जी हां, फल, सब्ज़ियों को और दूसरी चीज़ों को धो काटकर एक साथ मिलाकर जब उसमें नमक मिला दिया जाता है तो टेक्निकली वो सलाद हो जाता है.

इतिहास की गलियों में सलाद
आप कहेंगे जब भारत में सलाद खाया ही जाता रहा है तो ये भारत में ही सबसे पहले खाया गया होगा. बात तो ठीक है, पर मुख्य बात तो यह है कि पूरे विश्व में स्थानीय फल और सब्ज़ियां हमेशा से खाई जाती रही हैं. लेकिन उन सबको सलाद नहीं माना जाता. शायद ये इसलिए कि उन्हें एक-दूसरे के साथ मिलाकर इस तरह नहीं खाया जाता रहा होगा. तो मुद्दे की बात यह है कि जिसे हम आज सलाद कहते हैं उसका जन्म रोमन साम्राज्य में माना जाता है.
ऐसा माना जाता है कि लगभग पहली सदी ईस्वी में रोमन लोग एक जगह इकट्ठे हुए और उन्होंने तरह-तरह की कच्ची खाई जा सकने वाली सब्ज़ियों को काटा एक साथ मिलाया, उसमें थोड़ा सिरका (विनेगर), तेल और थोड़ी हर्ब्स मिलाईं और यूं दुनिया का पहला सलाद बनकर तैयार हुआ.
ये सलाद लोगों को इतना पसंद आया कि लोग इसके दीवाने हो गए, पर बात यहीं ख़त्म नहीं हुई सलाद को कब खाया जाए इसको लेकर भी ख़ूब बहस हुई. दो धड़े बन गए, जिसमें से एक पक्ष के लोग कहते थे कि सलाद को मुख्य भोजन के पहले खाना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद फ़ाइबर हमारी आंतों को साफ़ कर देता है, जिसके कारण मुख्य भोजन भी सही ढंग से पचता है. वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का कहना था कि सलाद को भोजन के अंत में खाना चाहिए, क्योंकि सलाद में डाले हुए विनेगर के कारण खाने के साथ पी जाने वाली वाइन का स्वाद ख़राब हो जाता है.
ख़ैर धीरे-धीरे सलाद को भोजन के पहले खाने का प्रचलन बढ़ा. इसी के साथ सलाद अलग-अलग समय पर पूरे विश्व में पहुंचा और सभी ने अपने-अपने हिसाब से इसमें परिवर्तन किए. जो सलाद के पत्ते यानी सैलड लीव्स हम आजकल इसमें देखते हैं, उन्होंने भी बाद में इसमें अपनी जगह बनाई. बाद में ऐसे देशों में जहां मांसाहार का प्रचलन ज़्यादा था, उन्होंने इसमें प्रोटीन रूप में मीट को भी मिलाना शुरू कर दिया तो सलाद भी नॉन-वेज और वेज हो गया. .

भारत कैसे पहुंचा सलाद
आज वाला सलाद जिसे लोग सैलेड भी कहते हैं ऐसा माना जाता है कि ये रोम से अरब होता हुआ भारत पहुंचा, क्योंकि प्राचीन रूप से हरी सब्ज़ियों को इस तरह से खाने के ख़ास प्रमाण नहीं मिलते हैं. पर भारत में सलाद खाया ही नहीं जाता होगा ये कहना मुश्क़िल है, क्योंकि पंजाबी लोग बहुत लम्बे समय से सलाद का रूप कचूमर सलाद खाते रहे हैं, जिसे सब्ज़ियों और फलों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर बनाया जाता था. वही दक्षिण भारत में कोसंभारी जो मूंग की दाल से बनाया जाता था, वो भी सलाद का ही रूप है (हालांकि ये आधुनिक सलाद से बिल्कुल भी नहीं मिलता है!), पर हम कच्ची सब्ज़ियां और फल खाते रहे हैं इसमें कोई दोमत नहीं है.

बातें सलाद वाली
भारत के आम घरों में आजकल वाले सैलेड का प्रचलन 20 वर्ष पहले तक लगभग न के बराबर था, हालांकि ककड़ी, मूली, टमाटर, चुकंदर, प्याज़ सब खाया जाता था, पर आधुनिक सलाद अब भी आम घरों में कम ही देखने मिलता है. लेकिन जैसे-जैसे हमारी जीवनशैली बदल रही है सलाद का प्रचलन बढ़ रहा है. अब तो आपको हर रेस्तरां में इतने तरह के सलाद मिल जाएंगे कि आप सोच भी नहीं सकते. जहां अब तरह-तरह के सलादों ने भोजन का स्थान भी ले लिया है, वहीं बड़े शहरों बढ़ते सलाद बार आपको अलग ही दुनिया के दर्शन करवाते हैं. चाहती तो थी कि इस आलेख में आपको कुछ अच्छे सलाद की रेसिपी बताऊं, जो मुझे बहुत पसंद है या जिन्हें हम मील रिप्लेसमेंट की तरह प्रयोग में लेते हैं, पर आलेख यूं भी बहुत लंबा हो गया है इसलिए केवल नाम बताती हूं. फिर कभी किसी आलेख में हम तरह तरह के सलादों की बात करेंगे. तो मेरे फ़ेवरेट सलाद में सबसे ऊपर नाम आता है मैक्रोनी सलाद का. दूसरा पसंदीदा है सलाद है पास्ता सलाद. उसके बाद काबुली चने वाला सलाद तो है ही, पर इसी के साथ मुझे कचूमर सलाद भी काफ़ी पसंद है, लेकिन इसे मुख्य भोजन के साथ ही खाया जा सकता है इसे मील रिप्लेसमेंट की तरह प्रयोग नहीं कर सकते हैं. तो आप लोग भी बताइएगा अपना पसंदीदा सलाद इस आईडी पर: [email protected] हो सका तो फिर कभी सलाद के प्रकारों की भी बातें करेंगे.

फ़ोटो: पिन्टरेस्ट

Tags: interesting story salad kiKanupriya Guptakanupriya gupta's weekly columnsaladsalad storyweekly columnकनुप्रिया गुप्ताकनुप्रिया गुप्ता का साप्ताहिक कॉलमरोचक कहानी सलाद कीसलादसलाद की कहानीसाप्ताहिक कॉलम
कनुप्रिया गुप्ता

कनुप्रिया गुप्ता

ऐड्वर्टाइज़िंग में मास्टर्स और बैंकिंग में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा लेने वाली कनुप्रिया बतौर पीआर मैनेजर, मार्केटिंग और डिजिटल मीडिया (सोशल मीडिया मैनेजमेंट) काम कर चुकी हैं. उन्होंने विज्ञापन एजेंसी में कॉपी राइटिंग भी की है और बैंकिंग सेक्टर में भी काम कर चुकी हैं. उनके कई आर्टिकल्स व कविताएं कई नामचीन पत्र-पत्रिकाओं में छप चुके हैं. फ़िलहाल वे एक होमस्कूलर बेटे की मां हैं और पैरेंटिंग पर लिखती हैं. इन दिनों खानपान पर लिखी उनकी फ़ेसबुक पोस्ट्स बहुत पसंद की जा रही हैं. Email: [email protected]

Related Posts

abul-kalam-azad
ओए हीरो

मौलाना अबुल कलाम आज़ाद: वैज्ञानिक दृष्टिकोण के पक्षधर

June 3, 2025
dil-ka-deep
कविताएं

दिल में और तो क्या रक्खा है: नासिर काज़मी की ग़ज़ल

June 3, 2025
badruddin-taiyabji
ओए हीरो

बदरुद्दीन तैयबजी: बॉम्बे हाई कोर्ट के पहले भारतीय बैरिस्टर

June 2, 2025
Facebook Twitter Instagram Youtube
Oye Aflatoon Logo

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.