• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक
ओए अफ़लातून
Home रिलेशनशिप एक्सपर्ट सलाह

क्या सेक्स/मैस्टर्बेशन से परहेज़ करने से स्टैमिना बढ़ता है?

संगीत सेबैस्टियन by संगीत सेबैस्टियन
December 7, 2021
in एक्सपर्ट सलाह, रिलेशनशिप
A A
क्या सेक्स/मैस्टर्बेशन से परहेज़ करने से स्टैमिना बढ़ता है?
Share on FacebookShare on Twitter

यूं तो आपने भी यह बात कभी न कभी सुनी ही होगी, लेकिन यदि आप खेल से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेते रहते/रहती हैं तो यह बात आपने ज़रूर सुनी होगी कि सेक्स या मैस्टर्बेशन से परहेज़ रखने से स्टैमिना बढ़ता है. पर क्या यह बात सही है या फिर केवल मिथक है? एक्स्पर्ट्स से बात करके हम आपको यही तो बता रहे हैं…

जीवन में कभी न कभी आपने सेक्स/मैस्टर्बेशन (हस्तमैथुन) से परहेज़ करने और स्टैमिना के बीच लिंक की बात तो सुनी ही होगी. यदि आपका करियर स्पोर्ट्स से जुड़ा है या फिर आपकी खेलों में रुचि है और आप खेलते रहे/रही हैं, तब तो आपने इस बारे में ज़रूर सुन रखा होगा.
कई बार तो कोच ख़ुद ही खिलाड़ियों को इस बारे में सलाह देते हैं कि किसी मैच या समारोह से पहले सेक्स या मैस्टर्बेशन से बचना कितना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे इस बात पर भरोसा करते हैं कि इससे खिलाड़ी के प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ता है.

हर जगह मौजूद है यह लिंक
जिन लोगों ने अभिनेता सिल्वेस्टर स्टैलॉन की फ़िल्म रॉकी देखी होगी, वे इस बात को जानते होंगे कि कोच मिकी ने उसे क्या सलाह दी थी कि सेक्स से परहेज़ ज़रूरी है क्योंकि,‘‘महिलाएं पैरों को कमज़ोर कर देती है.’’
यह भी एक कारण है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बीसीसीआई ने लंबे समय तक खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नियों या गर्लफ्रेंड्स को ट्रैवल करने की इजाज़त नहीं दी थी. इस नीति को कुछ वर्षों पहले ही बदला गया है, जब यह पता चला कि ऐसा करने का कोई वास्तविक फ़ायदा नहीं होता.

इन्हें भीपढ़ें

बच्चों को सब्ज़ियां खिलाना उतना कठिन भी नहीं, जितना आपको लगता है!

बच्चों को सब्ज़ियां खिलाना उतना कठिन भी नहीं, जितना आपको लगता है!

October 9, 2023
सेक्स को अधिक संतुष्टिप्रद और आनंददायक कैसे बनाया जाए?

सेक्स को अधिक संतुष्टिप्रद और आनंददायक कैसे बनाया जाए?

August 28, 2023
क्या आपने बच्चों को ये लाइफ़ स्किल्स सिखाई हैं?

क्या आपने बच्चों को ये लाइफ़ स्किल्स सिखाई हैं?

August 23, 2023
सेक्स एजुकेशन: पहले हमारा देश इस मुद्दे पर कहीं ज़्यादा प्रगतिशील था

सेक्स एजुकेशन: पहले हमारा देश इस मुद्दे पर कहीं ज़्यादा प्रगतिशील था

August 17, 2023

पुराने समय से मौजूद हैं ये मान्यताएं
वीर्य (सीमन) को रोके रहने और शारीरिक ऊर्जा के बीच की यह लिकं नई नहीं हैं. प्राचीन हिंदू मान्यताओं के अनुसार सीमन के व्यर्थ होने को शारीरिक और मानसिक ऊर्जा के व्यर्थ होने से जोड़कर देखा जाता था.
ब्रह्मचर्य की संकल्पना के अनुसार, एक बूंद वीर्य बनाने में 40 बूंद ख़ून का इस्तेमाल होता है. यह भी माना जाता था की सीमन पूरे शरीर में व्याप्त होता है. इसका सीधा मतलब था कि सीमन का व्यर्थ होना यानी शारीरिक और मानसिक कमज़ोरी होना.
केवल प्राचीन भारतीय ही ऐसे नहीं थे जो सीमन की ‘जादुई’ शक्ति में भरोसा करते हों. पहली शताब्दी के ग्रीक फ़िज़िशन आरिस्तेऑस ने दावा किया था सीमन को रोके रखकर किसी पुरुष की ताक़त को बढ़ाया जा सकता है.
लेकिन हम आज भी इन 2000 वर्ष पुरानी धारणाओं को क्यों पकड़े बैठे हैं? क्या इनमें कोई सच्चाई है? इस बारे में हमने डॉक्टर अजीत सक्सेना से पूछा, जो इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल, नई दिल्ली, के जानेमाने यूरो-ऐन्ड्रोलॉजिस्ट और साथ ही वीवॉक्स के
को-फ़ाउंडर भी हैं.

मिथकों की जड़ें गहरी होती हैं
इस बारे में डॉक्टर अजीत सक्सेना ने हमें बताया,‘‘स्पर्म और पुरुष हॉर्मोन टेस्टोस्टेरॉन के बीच जो लिंक है, वह किसी भी पुरुष के स्वस्थ रहने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है, यह बात सभी जानते हैं. लोगों को लगता है कि सेक्स या मास्टर्बेशन से परहेज़ करने से उनके टेस्टोस्टेरॉन का स्तर ऊंचा बना रहेगा, लेकिन यह कोरा मिथक है.’’
वे आगे कहते हैं,‘‘ऑर्गैज़्म के तुरंत बाद टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में आनेवाली कमी अस्थाई होती है और यह किसी की शारीरिक फ़िटनेस, ऊर्जा या स्टैमिना को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करती है. अधिकतर लोगों की मान्यता के विपरीत, मैस्टर्बेशन करने से एकाग्रता और प्रदर्शन दोनों में ही बढ़ोतरी होती है, क्योंकि बहुत सारी मानसिक ऊर्जा, जो ऐसा न होने पर सेक्शुअल सोच की वजह से व्यर्थ होती रहती, तब बच जाती है, जबकि कोई पुरुष मैस्टर्बेट करता है. जब सीमन एजेकुलेट होता है तो बहुत सारे ख़ुशी देनेवाले हॉर्मोन्स भी निकलते हैं. जिसकी वजह से पुरुष शारीरिक व मानसिक दोनों ही तौर पर सेहतमंद और तृप्त महसूस करते हैं, जिससे उनका प्रदर्शन और एकाग्रता दोनों ही बेहतर होते हैं.
‘‘मिथक यूं भी अपनी उम्र से कहीं ज़्यादा समय तक ज़िंदा रहते हैं. और यह आधुनिक मेडिकल रिसर्च, जो सेक्स और मैस्टर्बेशन और प्रदर्शन के बीच सही लिंक बनाती है, वह तो लगभग 50 वर्ष पुरानी है इसीलिए लोगों के लिए अब तक नई है और इस तक सभी की पहुंच बनने में थोड़ा और समय लग सकता है.’’

 फ़ोटो: पिन्टरेस्ट

Tags: hastmaithunmasturbationOrgasmrelationshipRelationshipsSangeeth Sebastiansemensexsex lifeSex mythsstaminaआर्गैज़्मरिलेशनशिपरिश्ते-नातेसंगीत सेबैस्टियनसीमनसेक्ससेक्स लाइफ़सेक्स से जुड़े मिथकस्टैमिनाहस्तमैथुन मैस्टर्बेशन
संगीत सेबैस्टियन

संगीत सेबैस्टियन

संगीत सेबैस्टियन, भारत के पहले डिजिटल थेरैपी प्लैटफ़ॉर्म वीवॉक्स के संस्थापक हैं, जिसे उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के डाक्टर्स के साथ मिलकर ऐसे लोगों की मदद के लिए बनाया है, जो सेक्स संबंधी परेशानियों से जूझ रहे हैं. यह एक निजी, किसी भी तरह की ग्लानि से मुक्त और वाजिब प्लैटफ़ॉर्म है, जहां आप अपनी समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान पा सकते हैं.

Related Posts

वैवाहिक रिश्तों में भी होता है सत्ता का समीकरण
ज़रूर पढ़ें

वैवाहिक रिश्तों में भी होता है सत्ता का समीकरण

August 11, 2023
polyamory
ज़रूर पढ़ें

महिला हों या पुरुष दोनों के लिए बेहद सामान्य है एक से अधिक लोगों के प्रति सेक्शुअल आकर्षण

July 24, 2023
parenting
ज़रूर पढ़ें

बढ़ते बच्चों को अपने अनुभवों से समझाएं

July 8, 2023
Facebook Twitter Instagram Youtube
Oye Aflatoon Logo

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.