बात घरेलू नुस्ख़ों की आए तो किचन में मौजूद हल्दी आपका बख़ूबी साथ निभाती है. इसका उल्लेख दादी मां के घरेलू उपायों में भी मिलता है. आपके पाचन को दुरुस्त रखने के साथ-साथ हल्दी आपके सौंदर्य को भी बरक़रार रखने का काम करती है. हल्दी को ब्यूटी रूटीन में क्यों शामिल किया जाना चाहिए और कैसे शामिल किया जा सकता है, यहां हम यही दोनों बातें बताने जा रहे हैं.
हल्दी की ख़ासियत का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा लीजिए कि इसे हमारे देश में बनी अमूमन हर सब्ज़ी में इसका इस्तेमाल होता है, ठंड के दिनों में हल्दी-दूध पीने की सलाह दी जाती है और यहां तक कि भारतीय शादियों में एक पूरा फ़ंक्शन ‘हल्दी’ का ही आयोजित किया जाता है. दरअस्ल, चाहे आप इसे अपनी त्वचा पर लगाएं या फिर अपने भोजन का हिस्सा बनाएं, हर तरह से आप इसके गुणों का फ़ायदा उठा सकती/सकते हैं. हल्दी में ऐंटीसेप्टिक गुणों के साथ-साथ ऐसे गुण भी होते हैं, जो त्वचा को आराम पहुंचाते हैं. यूं इसका इस्तेमाल पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन यदि आप त्वचा पर इसका इस्तेमाल पहली बार कर रहे/रही हैं तो पैच टेस्ट ज़रूर कर लें. आइए, अब जानते हैं कि हल्दी को आप अपने ब्यूटी रूटीन में कैसे शामिल कर सकते/सकती हैं.
त्वचा को आभावान बनाती है
जानते हैं भारतीय शादियों में हल्दी की विशेष रस्म क्यों आयोजित की जाती है? इसकी वजह यह है कि हल्दी में ऐंटीसेप्टिक और ऐंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो बेजान त्वचा को भी आभा देने में पूरी तरह सक्षम होते हैं. हल्दी त्वचा की रंगत को सुधारती है और असमान रंगत को दूर करने में भी कारगर होती है. यह त्वचा की स्वाभाविक चमक को उभारने का भी काम करती है. तो फिर क्या ज़रूरी है कि हम अपनी शादी की हल्दी की रस्म तक ही हल्दी के त्वचा पर इस्तेमाल का इंतज़ार करें?
बिल्कुल नहीं! आप सप्ताह में एक बार अपने चेहरे पर हल्दी का घरेलू फ़ेसपैक लगाकर अपनी त्वचा को हमेशा ही आभावान बनाए रख सकती/सकते हैं. इसके लिए दो टीस्पून हल्दी में थोड़ा-सा दूध मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे चेहरे पर लगाएं. जब यह सूख जाए तो चेहरे को गुनगुने या ठंडे पानी से धो लें और अपनी त्वचा पर स्वस्थ चमक महसूस करें.
तैलीय त्वचा पर रखती है नियंत्रण
यदि आपकी त्वचा तैलीय यानी ऑइली है तो हल्दी आपके लिए बेहद फ़ायदेमंद है. तैलीय त्वचा की जड़ में आपकी सेबैशियस ग्रंथियां होती हैं, जो ज़्यादा मात्रा में तेल का उत्पादन करने लगती हैं. इसकी वजह से मुहांसे और ब्रेकआउट्स की समस्या हो सकती है. हल्दी में ऐंटी-इन्फ़्लैमटॉरी गुण भी होते हैं और हेल्दी फ़ैटी ऐसिड्स व फ़ाइटोस्टेरॉल भी. इनकी वजह से चेहरे पर होनेवाला तेल का उत्पादन नियंत्रित हो जाता है.
इसके लए आप सप्ताह में एक बार हल्दी का फ़ेसपैक लगाएं. इसके लिए एक टीस्पून हल्दी, दो टी स्पून बेसन, थोड़ा-सा नींबू का रस और थोड़ा गुलाबजल मिलाकर फ़ेसपैक बनाएं और इसे चेहरे पर लगा लें. जब यह सूख जाए तो गुनगुने या ठंडे पानी से चेहरा धो लें. अपने चहरे की चमक आपको भली लगेगी.
त्वचा की रंगत को बनाती है एकसमान
भारतीय त्वचा में पिग्मेंटेशन यानी दाग़-धब्बों की समस्या आम है. हल्दी में त्वचा की रंगत को एक समान बनाने का गुण होता है, जिसकी वजह से यह पिग्मेंटेशन को दूर करती है. साथ ही, इसमें मौजूद ऐंटीसेप्टिक गुण त्वचा पर किसी भी तरह का इन्फ़ेक्शन होने से रोकते हैं. यदि आप भी दाग़-धब्बों को हटाकर त्वचा की रंगत को समान बनाने का प्राकृतिक तरीक़ा ढूंढ़ रही/रहे हैं तो हल्दी इसका जवाब है.
त्वचा की रंगत को एकसमान बनाने के लिए आप हल्दी और नींबू के रस का फ़ेस पैक लगाएं. इसके लिए एक टीस्पून हल्दी पाउडर में एक टी स्पून नींबू का रस मिलाएं और केवल उन्हीं जगहों पर लगाएं, जहां दाग़-धब्बे हैं. इसे लगभग 20 मिनट तक लगा रहने दें और फिर चेहरा धो लें. इस पैक को सप्ताह में एक बार लगाएं. कुछ ही महीनों में आपको इसके नतीजे दिखाई देने लगेंगे.
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट