ओलंपिक्स के नौवें दिन को भारत के लिए मिला-जुला कह सकते हैं. जहां एक ओर पीवी सिंधु को बैडमिंटन के सेमीफ़ाइनल में हार का सामना करना पड़ा और मुक्केबाज़ पूजा रानी अपना क्वॉर्टरफ़ाइनल का मुक़ाबला हार गईं, वहीं महिला हॉकी टीम चमत्कारिक ढंग से पहली बार ओलंपिक के क्वॉर्टरफ़ाइनल में पहुंचने में क़ामयाब रही. डिस्कस थ्रो में कमलजीत कौर ने फ़ाइनल में जगह बनाई.
टोक्यो ओलंपिक्स के नौवें दिन भारतीय खिलाड़ी तीन ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे थे, जहां उनके पास मेडल पक्का करने का चांस था, पर तीनों जगह भारत को निराशा हाथ लगी. ये तीनों खिलाड़ी और खेल थे, बैडमिंटन में पीवी सिंधु, मुक्केबाज़ी में पूजा रानी और तीरंदाज़ी में अतनु दास.
सेमीफ़ाइनल हारीं सिंधु, पर अब भी मेडल जीतने का है मौक़ा
रियो ओलंपिक्स में बैडमिंटन का सिल्वर मेडल जीतनेवाली पीवी सिंधु से आज सेमीफ़ाइनल के आगे जाने की उम्मीद थी, पर सेमीफ़ाइनल में सिंधु को चाइनीज़ ताइपे की खिलाड़ी ताई ज़ू-यिंग ने आसानी से हरा दिया. ज़ू-यिन ने सिंधु को शुरू से ही संभलने का मौक़ा नहीं दिया. सिंधु के लिए यह मुक़ाबला इसलिए भी कठिन माना जा रहा था, क्योंकि ज़ू-यिन मौजूदा वर्ल्ड नंबर वन बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. हालांकि अभी भी सिंधु के पास ब्रांज़ मेडल जीतने का मौक़ा है. अगर वे ऐसा कर पाती हैं तो दो ओलंपिक्स में पदक जीतनेवाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी की सूची में शामिल हो जाएंगी.
पूजा रानी और अतनु दास अपने-अपने मुक़ाबलों में चूके
लवलीना बोर्गोहेन के बाद बॉक्सिंग में पूजा रानी से भी पदक की उम्मीद की जा रही थी, पर वे अपने क्वॉर्टरफ़ाइनल के मुक़ाबले में हारकर बाहर हो गईं. ओलंपिक में अपना पहला मुक़ाबला खेल रहे वर्ल्ड नंबर वन बॉक्सर अमित पंघाल का पहले ही राउंड में बाहर हो जाना, भारत के लिए किसी झटके से कम नहीं रहा.
वहीं आज तीरंदाज़ी में भारत की एकमात्र उम्मीद अतनु दास भी निशाना चूक गए. चूंकि वे दक्षिण कोरियाई तीरंदाज़ को हरा चुके थे, तो उनसे आगे के राउंड्स में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी. पर उनकी हार के साथ यह तय हो गया कि भारतीय तीरंदाज़ी दल को ख़ाली हाथ टोक्यो से लौटना पड़ेगा.
महिला हॉकी का ‘चक दे मोमेंट’
भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक्स में जिस तरह अपने शुरुआती तीनों मैचों में हार गई थी, उसे देखते हुए यही अंदाज़ा लगाया जा रहा था कि महिला टीम पूल में आख़िरी नंबर पर रहेगी. पर हार की हैट्रिक बनाने वाली भारतीय महिला टीम ने कल आयरलैंड को 1-0 और आज दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हराकर क्वॉर्टरफ़ाइनल में जगह बना ली. भारतीय महिला हॉकी टीम की यह उपलब्धि ऐतिहासिक है, क्योंकि भारतीय महिलाएं ओलंपिक के क्वॉर्टरफ़ाइनल में पहली बार पहुंची हैं. अब कप्तान रानी रामपाल के नेतृत्व में भारतीय महिलाएं 2 अगस्त को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेंगी. ऑस्ट्रेलिया अपने पूल की टॉपर रही है और भारत चौथे नंबर की टीम. इस लिहाज़ से देखा जाए तो ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी है. पर कौन जाने, एक और उलटफेर भारत को सेमीफ़ाइनल में पहुंचा दे!
डिस्कस थ्रो में कमलप्रीत कौर का यादगार प्रदर्शन
चक्का फेंक यानी डिस्कस थ्रो में आज भारत की दो खिलाड़ी मैदान में थीं. भारत को सबसे अधिक उम्मीद अनुभवी खिलाड़ी सीमा पुनिया से थी, पर उन्होंने कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखाया. देश को कमलप्रीत कौर के रूप में एक नया स्टार मिल गया. जहां सीमा पुनिया महज़ 60.57 मीटर ही डिस्कस थ्रो कर पाईं, वहीं कमलप्रीत ने 64 मीटर की दूरी तक डिस्कस फेंकते हुए 2 अगस्त को होनेवाले फ़ाइनल में जगह बना ली. वे अब 12 खिलाड़ियों के साथ मुक़ाबला करते हुए पदक जीतने की कोशिश करेंगी.
निशानेबाज़ी में भारत का ख़राब प्रदर्शन जारी रहा
भारतीय निशानेबाज़ों के लिए टोक्यो रास नहीं आया. आज भी निशानेबाज़ी में भारतीय खिलाड़ी का निशाना ख़ाली गया. आज अंजुम मुद्गिल और तेजस्विनी सावंत 50 मीटर राइफ़ल थ्री पोज़िशन के क्वॉलिफ़ाइंग मुक़ाबले में निशाना लगा रही थीं, पर दोनों ही निशानेबाज़ फ़ाइनल के लिए क्वॉलिफ़ाई नहीं कर पाईं. तेजस्विनी 33वें और अंजुम 15 स्थान पर रहीं.
अब भारत के केवल दो निशानेबाज़ों की बारी बाक़ी है. वह हैं ऐश्वर्य तोमर और संजीव राजपूत. इन्हें 2 अगस्त को 50 मीटर राइफ़ल थ्री पोज़िशन में भाग लेना है.
कल किन भारतीय खिलाड़ियों और खेलों पर रहेगी ख़ास नज़र?
* बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु कल ब्रांज़ मेडल के लिए खेलेंगी.
* देर शाम भारतीय पुरुष हॉकी टीम क्वॉर्टरफ़ाइनल में ग्रेट-ब्रिटेन से भिड़ेगी.
* बॉक्सिंग के सुपर हैवीवेट कैटेगरी के क्वॉर्टरफ़ाइनल में सतीश कुमार उज़बेकिस्तान के बॉक्सर जलोलोव से मुक़ाबला करेंगे.
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