वर्ष 1996 में फ़िल्म राजा की आएगी बारात से बॉलिवुड में डेब्यू करने वाली रानी मुखर्जी को इंडस्ट्री में जल्द ही 25 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं. ढाई दशक की बतौर अभिनेत्री अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने क्या सीखा है? अभिनेत्री के तौर पर आनेवाले समय में कैसा रहेगा उनका करियर इन सवालों के जवाब दिए इस दिग्गज अभिनेत्री ने.
बॉलिवुड स्टार रानी मुखर्जी इंडियन फ़िल्म इंडस्ट्री में इस साल अपने 25 साल पूरे करने जा रही हैं. उनके बेजोड़ करियर में बेहद शानदार और अवॉर्ड-विनिंग परफ़ॉर्मेंसेस वाले कई नगीने जड़े हैं. इसमें कोई शक़ नहीं है कि रानी ने स्क्रीन पर इंडियन सिनेमा के कुछ सबसे दमदार और आयकॉनिक महिला किरदार जीवंत किए हैं. इंडियन सिनेमा की इस बड़ी आयकॉन से बातचीत के दौरान हमने जानना चाहा कि इंडस्ट्री में उनके 25 सालों का सफ़र कैसा रहा है.
इस लंबे सफ़र में आपने क्या सीखा है?
यहां बिताया हर लम्हा मुझे कुछ न कुछ सिखाते रहा है. रही बात सबसे बड़ी सीख की तो, मुझे सबसे बड़ी सीख यह मिली है कि लगातार सीखते रहो. मेरे ख़याल से किसी आर्टिस्ट के लिए सीखना कभी बंद नहीं होता. इसलिए, मेरी सबसे बड़ी सीख यह रही है कि सिर्फ़ काम में मन लगाऊं और पूरी गंभीरता और ईमानदारी के साथ अपना काम करना जारी रखूं. मुझे विभिन्न निर्देशकों, अलग-अलग टेक्नीशियनों और अपने सभी को-स्टार्स के साथ जितना ज़्यादा अनुभव हासिल होता है, उतना ज़्यादा मुझे सीखने को मिलता है. अनुभव हासिल करना और सीखना मुझे बहुत अच्छा लगता है.
इतने लंबे समय तक बतौर अभिनेत्री आप बॉलिवुड में टिकी हुई हैं, उसका क्या राज़ है?
देखिए मैं अपने प्रशंसकों के बिना यहां सर्वाइव नहीं कर सकती थी. ख़ासकर एक बच्चे की मां बन चुकी किसी विवाहित अभिनेत्री को जिस तरह के पूर्वाग्रह झेलने पड़ते हैं, उस सूरत में यह बड़ा मुश्क़िल होता. पर मेरे मामले में हक़ीक़त यह है कि इस पूरे दौर में मेरे प्रशंसकों का सपोर्ट किसी चमत्कार से कम नहीं था, उनकी ही बदौलत मैं अब भी काम कर रही हूं और प्रासंगिक भूमिकाएं निभा रही हूं.
अगर इस सफ़र को संक्षेप में बताना हो तो आप क्या कहना चाहेंगी?
जब मैं साल गिनती हूं तो यह एक बड़ा लंबा वक़्त मालूम होता है लेकिन ईमानदारी की बात तो यह है कि मुझे अपना सफ़र कभी रुका हुआ नहीं दिखा. जब मैं 16 साल की थी और जिस दिन से मैंने काम करना शुरू किया, तब से यह सफ़र आगे ही बढ़ता चला गया. अब 25 साल बीत जाने के बाद भी वही अहसास बना हुआ है, क्योंकि संघर्ष अभी भी जारी है, एक अभिनेत्री के तौर पर मेरा सीखना जारी है. मुझे अब भी काफ़ी संपूर्णता प्राप्त करनी है, बहुत कुछ सीखना है.
आप आगे किस तरह की भूमिकाएं करना चाहेंगी?
मैं कुछ अलग काम करना चाहूंगी, क्योंकि हर अलग तरह की फ़िल्म के साथ मैं एक तरह से ख़ुद का नया आविष्कार करती हूं. मुझे कहानियां सुनाना बेहद पसंद है. मैं अपनी आनेवाली फ़िल्मों में महत्वपूर्ण और दमदार महिलाओं की कहानियां सुनाना पसंद करूंगी.