• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
ओए अफ़लातून
Home बुक क्लब नई कहानियां

इज़्ज़त: मीनाक्षी विजयवर्गीय की कहानी

टीम अफ़लातून by टीम अफ़लातून
March 31, 2022
in नई कहानियां, बुक क्लब
A A
इज़्ज़त: मीनाक्षी विजयवर्गीय की कहानी
Share on FacebookShare on Twitter

कई बार हम अपने अधिकारों और दूसरों की अच्छाई का ग़लत फ़ायदा उठा जाते हैं. मीनाक्षी विजयवर्गीय की यह छोटी-सी लेकिन सोचने को मजबूर करनेवाली कहानी इसी तरह की एक घटना के इर्द-गिर्द बुनी हुई है.

मैंने झट से दरवाजा खोला, फट से बैठ गई. और बोला जल्दी चलो. टैक्सी में बैठते ही पर्स, मोबाइल चेक करने लगी कि कुछ रह तो नहीं गया. मैं अभी इत्मीनान से सांस लेने भी नहीं लगी थी, कि वह बोला,‘‘एक बात बताइए, क्या इज़्ज़त, मान-सम्मान सब स्त्री का ही होता है? हमारा नहीं!’’
‘‘यह क्या? आज तुम क्या कह रहे हो?’’ मैंने बड़े आश्चर्य से पूछा. दरअसल हर बार में आने-जाने के लिए रघु की टैक्सी का इस्तेमाल करती हूं. रघु इतना हंसमुख स्वभाव का लड़का है कि उसके साथ कभी सफ़र पता ही नहीं चलता. पर आज यह क्या हुआ? वह चुप रहा तो मैंने दोबारा कहा,‘‘सब ठीक है ना? आज अचानक यह बड़ी-बड़ी बातें!’’
वह एकदम चुप रहा. मैंने कहा,‘‘अब बोलो भी हुआ क्या है?’’
वह बताने लगा. ‘‘कल शाम को एक महिला ने टैक्सी बुक कराई. तय किराया 80 रुपया हुआ. पर उसे जहां जाना था, वह उस जगह से दो किलोमीटर और आगे थी. जिस जगह की बात हुई थी, मैंने उस जगह पर उसे उतरने के लिए कहा, तो बोली,‘भैया घर थोड़ी सी दूर है, मेरे घर तक मुझे छोड़ दो.’ मैंने सोचा ठीक है. पर भाई ऐसा कह कर तो वह मुझे दो किलोमीटर आगे ले गई. फिर जब वह उतरी तो मैंने कहा कि यहां तक का किराया 120 होता है. उसने तुरंत कहा,’80 रुपए मिलेंगे.’ मैंने फिर कहा,‘आप मुझे दो किलोमीटर आगे तक ले कर आ गई हैं तो इस हिसाब से किराया ज़्यादा बनता है.’ वह मुझसे बहस करने लगी. मैंने बार-बार उसको समझाने की कोशिश की, पर उसने एक न सुनी. मैं भी अपनी बात पर अड़ा रहा. मुझे झुकता न देख वह बोली,‘चुपचाप 80 रुपए रखो और निकलो यहां से, नहीं तो शोर मचा दूंगी. यह मेरा मोहल्ला है, थोड़ा चिल्लाते ही तुम्हारी गाड़ी और तुम्हारी इज़्ज़त दोनों की बारह बजा देंगे यहां के लोग.’ बहुत आश्चर्य हुआ इतनी सभ्य दिखने वाली महिला और यह हरकत! लगा अपनी कोई इज़्ज़त ही नहीं है. भगवान ने तो सबको इंसान के रूप में भेजा है, समान ही बनाया है फिर उसकी इज़्ज़त, इज़्ज़त है और मेरी कुछ भी नहीं!’’
‘‘फिर क्या हुआ?’’ मैंने पूछा
‘‘फिर क्या था, मैं भी उसको 80 रुपए वापस कर आया. बोला मेरी इज़्ज़त ना करो कोई बात नहीं, इतनी बेईमानी अच्छी बात नहीं. जैसी तुम्हारी इज़्ज़त, वैसी ही मेरी. रखो ये 80 रुपए, कोई अच्छी किताब ख़रीदना. मेरे नज़रों में तुम अपनी इज़्ज़त खो चुकी, वह तो नहीं ख़रीद सकती, पर अच्छी किताब पढ़ना और आगे से अपनी इज़्ज़त के बराबर ही दूसरों की इज़्ज़त समझना.’’
‘‘वाह रघु, क्या बात कही! शाबाश. बहुत ही अच्छा किया तुमने.’’
मैं उसकी पीठ थपथपा रही थी, पर मन में उस महिला के द्बारा किए व्यवहार के लिए शर्मिंदा भी हो रही थी. भगवान ने शरीर की रचना में स्त्री का हृदय, पुरुषों के हृदय की तुलना में आकार में छोटा बनाया है, पर उस महिला की इस हरकत ने यह साबित भी कर दिया. घटना सुनकर कम वज़न का होते हुए भी मेरा दिल बहुत भारी हो गया था आज.

Illustration: Pinterest

इन्हें भीपढ़ें

बच्चा लाल उन्मेष

अच्छी कविता: श्यौराज सिंह बेचैन की कविता

January 23, 2023
Bhagwaticharan-Verma_Kahani

प्रेज़ेंट: एक बिंदास महिला की कहानी (लेखक: भगवतीचरण वर्मा)

January 23, 2023
sharatchandra_Kahani

बलि का बकरा: कहानी गांव के एक नटखट लड़के की (लेखक: शरतचंद्र)

January 20, 2023
Kisan_maithilisharan-Gupt_Poem

किसान: मैथिलीशरण गुप्त की कविता

January 20, 2023
Tags: Hindi KahaniHindi StoryHindi writersIzzatKahaniMeenakshi VijayvargiyaMeenakshi Vijayvargiya ki kahaniMeenakshi Vijayvargiya ki kahani IzzatMeenakshi Vijayvargiya storiesNai KahaniOye Aflatoon Kahaniइज़्ज़तओए अफ़लातून कहानीकहानीनई कहानीमीनाक्षी विजयवर्गीयमीनाक्षी विजयवर्गीय की कविताहिंदी कहानीहिंदी के लेखकहिंदी स्टोरी
टीम अफ़लातून

टीम अफ़लातून

हिंदी में स्तरीय और सामयिक आलेखों को हम आपके लिए संजो रहे हैं, ताकि आप अपनी भाषा में लाइफ़स्टाइल से जुड़ी नई बातों को नए नज़रिए से जान और समझ सकें. इस काम में हमें सहयोग करने के लिए डोनेट करें.

Related Posts

RK-Narayan_Stories
क्लासिक कहानियां

सर्पगान: एक कलाकार की दर्दभरी कहानी (लेखक: आरके नारायण)

January 19, 2023
Veena-vadini-var-de_suryakant-tripathi-nirala
कविताएं

वर दे वीणा वादिनी वर दे: सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की कविता

January 19, 2023
Anton-Chekhov_Stories
क्लासिक कहानियां

द लॉटरी टिकट: कहानी आशा और निराशा की (लेखक: अंतोन चेखव)

January 18, 2023
Facebook Twitter Instagram Youtube
ओए अफ़लातून

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • टीम अफ़लातून

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist