हम सभी ने कभी न कभी मेटाबॉलिज़्म शब्द सुना ही होगा और जो लोग वज़न नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं, वे तो इस शब्द से भली-भांति परिचित होंगे ही. यहां हम आपको मेटाबॉलिज़्म बढ़ाने वाले कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, ताकि इनका सेवन करके आप अपने वज़न को नियंत्रित करने वाले लक्ष्य को आसानी से पा सकें.
यदि आप नहीं जानते कि मेटाबॉलिज़्म क्या है तो आसान शब्दों में इसे यूं समझें कि हम जो भोजन खाते हैं उसे ऊर्जा में तब्दील करने के लिए शरीर में होने वाली रासायनिक प्रक्रिया चयापचय या मेटाबॉलिज़्म कहलाती है. जब भोजन ऊर्जा में बदलता है तो हमारे शरीर को हर तरह का कामकाज करने की शक्ति मिलती है. यदि आपका मेटाबॉलिज़्म अच्छा है तो खाना जल्दी पचता है और ऊर्जा मिलती है, जबकि यदि यह कम है तो खाना उतनी आसानी से ऊर्जा में नहीं बदल पाता और इससे मोटापा या वज़न बढ़ता है.
जैसे हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, उसी तरह हर व्यक्ति के मेटाबॉलिज़्म की दर भी अलग-अलग है. यह आपकी उम्र, लिंग और शारीरिक बनावट पर भी निर्भर करती है. कई रिसर्च में पाया गया है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ लोगों का मेटाबॉलिज़्म घटता जाता है. अत: खानपान को ऐसा रखने की ज़रूरत बढ़ जाती है, जिससे आपका मेटाबॉलिज़्म सही बना रहे.
यहां दो बातें और ध्यान में रखने की हैं, पहली यह कि हमारे शरीर को कार्बोहाइड्रेट्स और फ़ैट की तुलना में प्रोटीन को पचाने के लिए अधिक ऊर्जा का इस्तेमाल करना पड़ता है और दूसरी बात यह कि कैलरीज़ बर्न हों इसके लिए शरीर में आयरन का स्तर भी सही बना रहना चाहिए. आयरन कम होने पर भी हमारा मेटाबॉलिज़्म कम हो जाता है.
अब समय आ गया है कि हम आपको ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताएं, जिनके सेवन से आपका मैटाबॉलिज़्म बढ़ जाएगा, लेकिन इससे पहले यह बात ध्यान में रखना ज़रूरी है कि ये खाद्य पदार्थ रातों-रात आपके मेटाबॉलिज़्म को नहीं बदल देंगे. इन पदार्थों से मेटाबॉलिज़्म बढ़ेगा ज़रूर, लेकिन तभी जब आप शारीरिक रूप से सक्रिय बने रहें और सही तरीक़े से नींद लें. तो आइए, अब जान लेते हैं मेटाबॉलिज़्म बढ़ाने वाले इन फ़ूड आइटम्स के बारे में…
डेयरी प्रोडक्ट्स- चीज़, पनीर, दूध और दही
जहां एक कप दूध में आठ ग्राम प्रोटीन होता है, वहीं एक कप चीज़ में 25 ग्राम तक प्रोटीन होता है. ये डेयरी प्रोडक्ट्स कैल्शियम से भरपूर तो होते ही हैं और जब कैल्शियम की मात्रा सही हो तो शरीर वसा यानी फ़ैट को अच्छी तरह से तोड़ पाता है. दूध से बने इन पदार्थों में अधिक प्रोटीन होता है, जिसे जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने के लिए जाना जाता है.
अंडा
कम कैलरी और ज़्यादा प्रोटीन से भरपूर अंडे सेहत के लिए तो अच्छे होते ही हैं, पर साथ ही इनमें मौजूद प्रोटीन की प्रचुर मात्रा इन्हें मेटाबॉलिज़्म के लिए भी बेहतर बना देती है.
बीन्स- काबुली चना, राजमा, ब्लैक बीन्स
पौधों से मिलने वाला प्रोटीन रिच खाद्य पदार्थ होते हैं, बीन्स. इन्हें आप स्नैक्स में या सलाद में खा सकते हैं. इन्हें खाने से जल्दी पेट भी भर जाता है और इनमें मौजूद प्रोटीन और अमीनो ऐसिड्स की वजह से ये मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने का काम भी करते हैं.
शक्करकंद
ऐसे खाद्य पदार्थ, जिनमें अधिक मात्रा में घुलनशील फ़ाइबर्स हों, वे भी मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने में कारगर होते हैं. शक्करकंद में ऐसे फ़ाइबर्स भी मौजूद हैं और इसमें प्रोटीन की भी अच्छी मात्रा उपलब्ध होती है अत: यह भी चयापचय को बढ़ाने का काम करता है.
अलसी
अलसी यानी फ़्लैक्सीड्स में भी घुलनशील फ़ाइबर्स मौजूद होते हैं. यह प्रोटीन और विटामिन का भी अच्छा स्रोत है. यह पेट में अच्छे बैक्टीरियाज़ के पनपने में सहायक होते हैं अत: मेटाबॉलिज़्म को ऊंचा रखने में भी कारग होते हैं.
सी फ़ूड- सैमन, टूना
सैमन और टूना मछलियों के साथ-साथ सी फ़ूड भी ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जिनमें प्रोटीन की काफ़ी मात्रा होती है और इस वजह से वे मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाते हैं.
नट्स- अखरोट, कद्दू के बीज और ब्राज़ील नट्स
एक कप कटे हुए अखरोट में 18 ग्राम तक प्रोटीन होता है और इनमें ओमेगा थ्री फ़ैटी ऐसिड्स भी पाए जाते हैं. कद्दू के एक कप बीज में 13 ग्राम से अधिक प्रोटीन होता है. वहीं ब्राज़ील नट्स में सेलेनियम नाम का मिनरल होता है, जो मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने का काम करता है. यूं तो हर तरह के ड्राइ फ्रूट्स और नट्स सेहत के लिए अच्छे होते हैं, लेकिन इन्हें कम मात्रा में ही खाया जाना चाहिए. रोज़ाना मुट्ठीभर मिलेजुले नट्स खाना एक अच्छा विकल्प है.
फ़ोटो साभार: फ्रीपिक