पेशाब के दौरान होनेवाली जलन बड़ी तक़लीफ़देह होती है. आमतौर पर यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फ़ेक्शन को इसका कारण माना जाता है, पर इसके साथ ही कुछ और कारण भी हैं, जो यह समस्या पैदा कर सकते हैं.
पेशाब में जलन न केवल बेहद असुविधाजनक स्थिति पैदा हो जाती है, बल्कि कुछ-कुछ मामलों में इससे दर्द भी होता है. पेशाब की जलन कई सेहत से जुड़ी दूसरी समस्याओं का संकेत भी हो सकती है. आइए जानें, उन पांच कारणों के बारे में, जिनके चलते आपको यह परेशानी हो रही होगी.
यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फ़ेक्शन
जैसा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि पेशाब में जलन का पहला कारण जो माना जाता है, वह है यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फ़ेक्शन या यूटीआई. यूटीआई बैक्टीरियल इन्फ़ेक्शन के चलते होते हैं. कई शोध यह बता चुके हैं कि महिलाओं को यूटीआई होने की संभावना पुरुषों की तुलना में दोगुना अधिक होती है, इसका मुख्य कारण यह है कि महिलाओं का यूरेथ्रा (मूत्रमार्ग) पुरुषों की तुलना में छोटा होता है. यदि आपको ऐसा लग रहा है कि आपको यूटीआई है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. आमतौर पर इस तरह के इन्फ़ेक्शन ऐंटी-बायोटिक्स से ठीक हो जाते हैं.
एसटीडी (सेक्शुअली ट्रान्समिटेड डिज़ीज़)
अगर आप पेशाब के दौरान जलन महसूस करते हैं तो इस बात की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि आपको एसटीडी हुआ हो. आमतौर पर हर्पिस, गनोरिया और क्लैमेडिया जैसे इन्फ़ेक्शन में पेशाब के दौरान जलन की शिकायत होती है. यदि आपको सेक्स के बाद जेनाइटल्स में जलन या दर्द का अनुभव होता हो तो एसटीडी की आशंका और पुख़्ता हो जाती है. आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए, ताकि एसटीडी को वक़्त रहते क़ाबू में लाया जा सके. और एक बात सेक्स के दौरान सुरक्षा को नज़रअंदाज़ करने की भूल कभी न करें.
केमिकल्स का प्रभाव
कभी-कभी अपने जेनाइटल्स की साफ़-सफ़ाई के लिए आप जिन केमिकन्स का इस्तेमाल करते हैं, उसके कारण जलन, एलर्जी, इरिटेशन आदि हो जाता है. यहां केमिकल्स से हमारा मतलब है-साबुन, लोशन्स और बबल बाथ. ऐसा भी होता कि अंडरवेयर को धोने के लिए हम जिस डिटजेंट का इस्तेमाल करते हैं, वह भी पेशाब के दौरान जलन का कारण बन सकता है.
सिस्टीटिस
अगर आपको पेशाब के दौरान जलन के साथ-साथ दर्द भी होता है तो हो सकता है कि आपको सिस्टीटिस या कहें ब्लैडर की सूजन जैसी समस्या हो सकती है. सिस्टीटिस का सबसे आम उदाहरण है इंटरस्टीशियल सिस्टीटीस (आईसी). इस समस्या को पेनफ़ुल ब्लैडर सिंड्रोम भी कहा जाता है. इसमें दर्द काफ़ी होता है. इसे ठीक करने के लिए लगभग चार महीनों तक दवाइयां खाते रहना होता है. इस कंडिशन का एक दूसरा लक्षण है-पेल्विक एरिया में दर्द होना.
किडनी की पथरी
अक्सर छोटे किडनी स्टोन्स (किडनी की पथरी) बिना किसी संकेत के मूत्र मार्ग से निकल जाते हैं. हालांकि कभी-कभी ये स्टोन्स यूरेथ्रा में फंस जाते हैं और पेशाब करने के दौरान परेशानी होने लगती है. इन परेशानियों में पेशाब में जलन आम है. अगर आपको भी पिछले कुछ दिनों से पेशाब में जलन का अनुभव हो रहा हो तो किडनी में पथरी की संभावना से पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता.
Photo: Sora Shimazaki @Pexels.com
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