• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
ओए अफ़लातून
Home बुक क्लब कविताएं

एक शाम को मैं ज़िंदगी से मिली: स्वप्ना मित्तल की कविता

टीम अफ़लातून by टीम अफ़लातून
March 26, 2022
in कविताएं, बुक क्लब
A A
एक शाम को मैं ज़िंदगी से मिली: स्वप्ना मित्तल की कविता
Share on FacebookShare on Twitter

यूं तो हमारी ज़िंदगी हमसे अलग नहीं है. पर कभी ख़ुद को ज़िंदगी से कुछ क़दम दूर रखकर उससे बातचीत करके देखने पर हमें इसके कई और पहलुओं से मुलाक़ात का मौक़ा मिलता है. ज़िंदगी से फ़िलॉसफ़िकली मुलाक़ात पर ख़ूबसूरत-सी कविता है उज्जैन की स्वप्ना मित्तल की.

एक शाम को मैं ज़िंदगी से मिली
आंखों ने दिल तक पैगाम पहुंचाया
और कहा उससे कि
कुछ देर ज़रा ठहर जा
पर दिल ने रोक दिया
कहा, नहीं ठहर सकता
पर हां, कुछ नन्हे से पल दे रहा हूं
ध्यान रहे कि ये बड़े नहीं हो सकेंगे
उस दिन, उस पल
न जाने क्यूं
मेरे शब्द बाहर आने को आतुर थे
अंदर दिल में बाढ़ सी आई हुई थी
भावनाओं की
जब जगह नहीं मिली तो वे
छलक छलक पड़े
कह उठे कि
ख़ाली हो जाओ तुम भी
बहने दो ख़ुद को भी
और इन आंसुओं को भी

मैं कुछ देर सोचती रही
देखती रही ज़िंदगी को
फिर कहा हिम्मत जुटाके
मेरे इन आंसुओं से यदि
शहर डूब गया तो?
कहा उसने,
फिकर ना करो
नहीं डूबेगा ये शहर
यहां के लोग तैरना
बहुत अच्छे से जानते हैं
कहा उसने फिर
तैरना तुम्हें भी सीख लेना चाहिए
कहा मैंने कि
तैरना सीखने में बहुत तक़लीफ़ है
पर डूबने में बहुत सुकून है
कहा उसने फिर
यदि डूबना ही चाहती हो
तो शिव भक्ति में डूबो
कहा मैंने
शिव मिलते कहां हैं डूबने को
वो भी कहीं व्यस्त हैं

इन्हें भीपढ़ें

बच्चा लाल उन्मेष

अच्छी कविता: श्यौराज सिंह बेचैन की कविता

January 23, 2023
Bhagwaticharan-Verma_Kahani

प्रेज़ेंट: एक बिंदास महिला की कहानी (लेखक: भगवतीचरण वर्मा)

January 23, 2023
sharatchandra_Kahani

बलि का बकरा: कहानी गांव के एक नटखट लड़के की (लेखक: शरतचंद्र)

January 20, 2023
Kisan_maithilisharan-Gupt_Poem

किसान: मैथिलीशरण गुप्त की कविता

January 20, 2023

फिर कहा उसने
ये जो कांटें हैं ना
इन्हें रख दो बगीचे में मेरे
ये यहां सुरक्षित रहेंगे और
तुम्हें चुभेंगे भी नहीं
मैंने कहा
क्या इन कांटों के साथ
फूलों को भी रख दूं
ये भी चुभते बहुत हैं
वो भी चुभते बहुत हैं


भगवान शिव की नगरी उज्जैन की स्वप्ना मित्तल एक योगा टीचर हैं. इंग्लिश लिटरेचर में एमए हैं और मन की भावनाओं को हिंदी कविता के माध्यम से व्यक्त करती हैं. स्वप्ना को रीडिंग और कुकिंग का शौक़ है.

Illustration: Pinterest

Tags: Aaj ki KavitaHindi KavitaHindi PoemKavitaSwapna MittalSwapna Mittal Poem Ek Sham ko main zindgi se miliSwapna Mittal Poetryआज की कविताएक शाम को मैं ज़िंदगी से मिलीकवितास्वप्ना मित्तलस्वप्ना मित्तल की कविताहिंदी कविता
टीम अफ़लातून

टीम अफ़लातून

हिंदी में स्तरीय और सामयिक आलेखों को हम आपके लिए संजो रहे हैं, ताकि आप अपनी भाषा में लाइफ़स्टाइल से जुड़ी नई बातों को नए नज़रिए से जान और समझ सकें. इस काम में हमें सहयोग करने के लिए डोनेट करें.

Related Posts

RK-Narayan_Stories
क्लासिक कहानियां

सर्पगान: एक कलाकार की दर्दभरी कहानी (लेखक: आरके नारायण)

January 19, 2023
Veena-vadini-var-de_suryakant-tripathi-nirala
कविताएं

वर दे वीणा वादिनी वर दे: सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की कविता

January 19, 2023
Anton-Chekhov_Stories
क्लासिक कहानियां

द लॉटरी टिकट: कहानी आशा और निराशा की (लेखक: अंतोन चेखव)

January 18, 2023
Facebook Twitter Instagram Youtube
ओए अफ़लातून

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • टीम अफ़लातून

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist