क्या आप भी उन कपल्स में से हैं, जो अपने घर में नन्हा मेहमान लाने का ख़्वाब देख रहे थे कि अचानक इस महामारी का आगमन हो गया? और ज़ाहिर है इसके बाद आपने इस प्रयास को मुल्तवी कर दिया होगा. लेकिन डॉक्टर अरुणा कालरा, स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ, की सलाह मानें तो ‘वर्क फ्रॉम होम’ का यह समय प्रेग्नेंसी के लिए बिल्कुल सही है. यहां जानिए कि ऐसा क्यों है?
दुनियाभर में कोविड-19 के प्रसार के बीच, जब ज़्यादातर लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं और अच्छी ख़बरों का अकाल-सा है, ऐसे में डॉक्टर्स का मानना है कि यह मां-बाप बनने के इच्छुक जोड़ों के लिए अपने सपने को अंजाम देने का सही समय है. सीके बिड़ला हॉस्पिटल, गुरुग्राम की स्त्री रोग एवं प्रसूति विषेशज्ञ डॉ अरुणा कालरा भी यही मानती हैं. ‘वर्क फ्रॉम होम’ के दौरान क्यों सही है गर्भधारण करना, इस बात को आप नीचे बताए गए कारणों के ज़रिए अच्छी तरह समझ सकते हैं:
पहला कारण: होने वाले बच्चे के माता-पिता पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान साथ रह सकते हैं
कोरोना कर्फ्यू के चलते देश में अधिकतर कंपनियों और संगठनों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की यानी वर्क फ्रॉम होम की छूट दे रखी है. यदि इस दौरान कोई महिला प्रेग्नेंट होती है तो उसे लगभग पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान अपने साथी के साथ रहने का मौक़ा मिलेगा. भावी माता-पिता साथ-साथ प्रेग्नेंसी के दौर में एक-दूसरे के सहायक हो सकेंगे, एक-दूसरे को समर्थन दे सकेंगे. साथ होने का भावनात्मक संबल प्रेग्नेंसी को सुखद बना देगा.
दूसरा कारण: टूर पर जाने का या काम संबंधी यात्रा का कोई दबाव नहीं होगा
भले ही आप इस तरह के सेटअप में काम करते रहे हों, जहां आपको या आपके साथी को काम के सिलसिले में यात्रा पर जाना पड़ता हो या फिर रोज़ाना ऑफ़िस आने जाने में ही एक लंब वक़्त लग जाता हो, लेकिन इस महामारी के दौरान, जब सबकुछ थमा हुआ है, आप पर इस तरह का कोई दबाव नहीं होगा. यह भी एक ऐसी बात है, जो इस समय प्रेग्नेंसी के दौरान आपको चिंतामुक्त रख सकेगी.
तीसरा कारण: अपनी देखभाल के लिए समय निकाला जा सकेगा
घर से काम करने के दौरान यदि बतौर कपल आप प्रेग्नेंसी की योजना बनाते हैं तो भावी मां अपनी देखभाल के लिए ज़्यादा समय निकाल सकती है. वो काम के बीच आराम भी कर सकती है और अपनी मनचाही पोज़िशन में बैठकर भी काम कर सकती है. सुबह के समय योग, ध्यान और डॉक्टर के मार्गदर्शन में बताई गई एक्सरसाइज़ कर सकती है. साथ ही, वह सही आहार ले सकती है. गर्भावस्था के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव के चलते यदि प्रेग्नेंट महिला के स्वाभव में बदलाव आता है तो उसे मैनेज करना भी आसान हो सकता है.
चौथा कारण: माता-पिता दोनों को शिशु के साथ रहने के लिए मिलेगा अतिरिक्त समय
यदि इस बीच आप नन्हे मेहमान को लाने की योजना बनाते हैं और आपका शिशु इस दुनिया में आ जाता है तो सोचिए कि आप दोनों को उसके साथ बिताने के लिए कितना अधिक समय मिलेगा, क्योंकि आप दोनों ही घर से काम कर रहे होंगे. इस बीच शिशु की मां यदि चाहे तो काम भी करती रह सकती है, ताकि जब स्थितियां सामान्य होने पर ऑफ़िस खुले तो वह मैटर्निटी लीव बाद में ले सके और बच्चे के साथ अतिरिक्त समय बिता सके.
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट