यह तो आपने भी सुना होगी कि अच्छी नींद यानी अच्छी सेहत. बच्चों के मामले में तो अच्छी नींद उनके सही विकास के लिए भी बहुत ज़रूरी होती है. लेकिन आजकल अधिकतर पैरेंट्स यह कहते नज़र आते हैं कि उनके बच्चे देर रात सोते हैं. ज़ाहिर है, इसका प्रभाव उनकी ग्रोथ पर भी पड़ेगा. यदि आप चाहते/चाहती हैं कि आपका बच्चा अच्छी नींद ले तो इन बातों को उसकी दिनचर्या में शामिल करें.
यदि आप उन पैरेंट्स में से हैं, जिनका छोटा बच्चा (या बच्चे) समय पर नहीं सोता, उसकी नींद पूरी नहीं होती है और आप इस बात से चिंतित रहते/रहती हैं कि उसका सही शारीरिक और मानसिक विकास कैसे होगा? तो आपके लिए यह बात जानना ज़रूरी है कि बच्चे वही करते हैं, जो वे आपको करता देखते हैं. बच्चे आप से ही सीखते हैं, तब भी जब आप उन्हें कुछ सिखाना चाहते हों और तब भी जब आप उन्हें कुछ सिखाने के मोड पर न हों. कुल मिलाकर हम कहना ये चाहते हैं कि आप अपने बच्चों को जो भी सिखाना चाहते हैं, पहले उसे अपने जीवन में उतारें, बच्चे ख़ुद ब ख़ुद उसे सीख जाएंगे और आपको ज़्यादा मेहनत भी नहीं करनी होगी.
यदि आप चाहते/चाहती हैं कि आपके बच्चे/बच्चों को पूरी और अच्छी नींद मिले तो आपको अपना और उनका रूटीन इस तरह सेट करना होगा, ताकि वे साउंड स्लीप ले सकें. इसके लिए नीचे दिए सुझाव आपके काम आएंगे.
वक़्त हो तय
जब तक बच्चे के सोने का एक तयशुदा समय नहीं होगा, उसके समय पर जागने और अच्छी नींद ले पाने की संभावना कम ही होगी. अत: सोने का एक समय नियत करें और चाहे जो हो, रोज़ाना उस समय पर सोने के लिए बिस्तर का रुख़ करें. हो सकता है शुरुआत में आपको सफलता न मिले, लेकिन सप्ताहभर के भीतर ही आप पाएंगे/पाएंगी कि बच्चा और आप ख़ुद भी समय पर सोने लगे हैं. इस तरह आप दोनों की नींद पूरी हो जाएगी. पूरी और अच्छी नींद लेने से बच्चे का विकास भी बेहतर ढंग से होगा.
समय पर करें भोजन
नियत समय पर सोने के लिए ज़रूरी है कि आप अपना डिनर समय पर निपटा लें. सोने के समय और डिनर के बीच कम से कम डेढ़ घंटे का अंतराल रखें. कहने का मतलब ये कि यदि आपने साढ़े नौ बजे सोने का मन बनाया है तो आपका डिनर रात को आठ बजे तक ख़त्म हो जाना चाहिए.
मालिश करें
आपने ग़ौर किया होगा कि जब आप मालिश कराते/कराती हैं नींद अपने आप आने लगती है. और यह भी देखा होगा कि सुबह जब बच्चों की मालिश की जाती है और उसके बाद उन्हें नहलाया जाता है तो वे लंबे समय तक आराम की नींद सोते हैं. आपको बता दें कि बच्चों की मालिश के लिए केवल सुबह का समय ही नियत हो ऐसा नहीं है. यदि आपने सोने के दो घंटे पहले बच्चे को खाना खिला दिय है तो आप हल्के हाथों से बच्चे की मालिश करें. धीमी-धीमी मालिश बच्चे को नींद के आगोश में ले जाएगी.
डिजिटल उपकरणों से बनाएं दूरी
आजकल पैरेंट्स अपने छोटे बच्चों को फ़ोन या टीवी जैसे गैजेट्स पर कुछ दिखाते हुए खाना खिलाते हैं. कई बार व्यस्त होने पर छोटे बच्चों को फ़ोन भी पकड़ा दिया जाता है. ऐसा करने से बचें. क्योंकि इन स्क्रीन्स ने निकलने वाला प्रकाश बच्चों को लंबे समय तक जगाए रखता है. रात का भोजन करने से पहले ही ऐसे उपकरणों को बच्चों से दूर कर दें, ताकि वे चैन की नींद सो सकें.
फ़ोटो : फ्रीपिक