न… न… हेडिंग पढ़कर मुस्कुराइए मत! ये बिल्कुल सच है कि नींद और सेक्शुअल लाइफ़ का आपस में बहुत गहरा रिश्ता है. और यह बात हम अपने मन से नहीं कह रहे हैं, बल्कि यह तो इस बारे में रिसर्च कर रहे एक्स्पर्ट्स की राय है. तो आइए जानें, नींद और सेक्स जीवन के बीच कैसा है ये जटिल-सा संबंध.
इन दिनों जिस तरह लोगों में तनाव बढ़ रहा है, फिर चाहे वह महामारी को लेकर हो या नौकरी में वर्क फ्रॉम होम की वजह से हो. क्योंकि अब तोऑफ़िस के कामकाज को निपटाने का कोई तयशुदा समय नहीं रह गया है और चौबीसों घंटे काम का दबाव हावी रहता है… इस सब से लोगों नींदें ग़ायब हो रही है और इसका सीधा असर उनकी सेक्शुअल लाइफ़ पर भी पड़ रहा है. नींद और सेक्स लाइफ़ के बीच सीधा संबंध है, जो शोधों से भी साबित हुआ है. यहां हम इसी बारे में बात कर रहे हैं.
क्या कहते हैं एक्स्पर्ट?
‘बिकमिंग क्लिटरेट: वाय ऑर्गैज़्म इक्वैलिटी मैटर्स—ऐंड हाउ टू गेट इट’ किताब की लेखिका, प्रोफ़ेसर व सेक्स थेरैपिस्ट डॉ लॉरी मिन्ट्ज़ ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था,‘‘नींद और सेक्स एक-दूसरे से पूरी तरह जुड़े हुए हैं. और नींद की कमी या नींद का न आना सेक्स से जुड़ी समस्याओं का एक बड़ा कारण है.’’ उन्होंने यह भी बताया था कि अमेरिका में हर तीसरा व्यक्ति पर्याप्त नींद न ले पाने की समस्या से जूझ रहा है और इसकी वजह से उनके सेक्स से जुड़े रिश्तों पर भी विपरीत असर पड़ता है. पर ऐसे समय में जब पूरा विश्व एक ग्लोबल विलेज में तब्दील हो चुका है, हमारे देश में भी नींद की कहानी कमोबेश ऐसी ही है.
क्या कहता है शोध?
अमेरिका के द जरनल ऑफ़ सेक्शुअल मेडिसिन में छपी एक रिसर्च के अनुसार, यदि कोई महिला रोज़ाना के नियत समय से एक घंटे ज़्यादा सोती है तो अगले दिन उसके सेक्शुअल संबंध बनाने की संभावना 14 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. यही नहीं ज़्यादा सोने से अच्छी उत्तेजना का भी सीधा संबंध है.
दरअसल, नींद की कमी और तनाव की वजह से हमारे शरीर में कॉर्टिसॉल नामक हॉर्मोन स्रवित होता है, जो टेस्टोस्टेरॉन नामक एक दूसरे हॉर्मोन को कम कर देता है. और टेस्टोस्टेरॉन ही वो हॉर्मोन है, जो हमारे भीतर सेक्स की इच्छा जगाता है.
इस बात को हम नई-नई मां बनी महिला के उदाहरण से भी समझ सकते है. नवजात शिशु की देखभाल के चलते नई मांओं की नींद पूरी नहीं हो पाती और वे बच्चे की सेहत को लेकर भी तनाव में रहती हैं, जिसकी वजह से उनकी सेक्स संबंध बनाने की इच्छा बेहद कम हो जाती है.
पर कहानी में ट्विस्ट भी है…
और दूसरी तरफ़ एक सच्चाई यह भी है कि सेक्स की कमी की वजह से भी नींद में कमी आ सकती है और तनाव हो सकता है. यही नहीं, एक तथ्य यह भी है कि सेक्शुअल संबंधों के दौरान ऑर्गैज़्म यानी चरम पर पहुंचने से जो हॉर्मोन हमारे शरीर में स्रवित होता है, ऑक्सिटोसिन (जिसे हम लव हॉर्मोन के नाम से भी जानते हैं!), उसकी वजह से कॉर्टिसॉल हॉर्मोन कम होता है और अच्छी नींद भी आती है. तो ऊपर ही हम बता चुके हैं कि सेक्स और नींद का ये तालमेल थोड़ा जटिल है और यह तो इंटरडिपेन्डेंट भी है!
तो आख़िर किया क्या जाए?
यदि आप बेहतर सेक्शुअल लाइफ़ चाहते हैं तो अच्छी नींद लें. यह तो शोध बता ही चुके हैं कि चाहे आप महिला हों या पुरुष अच्छी नींद आपको सेक्शुअल संतुष्टि भी देती है. और जब सेक्शुअल संतुष्टि मिलेगी तो नींद भी अच्छी आएगी. हां, अच्छी नींद लेने के कुछ टिप्स यहां मौजूद हैं, इनका पालन कीजिए. अच्छी नींद लीजिए और अच्छी सेक्स लाइफ़ का आनंद उठाइए:
• सोने का समय नियत रखें.
• सोने से तीन घंटे पहले तक किसी भी तरह का कैफ़ीन ड्रिंक, जैसे- चाय, कॉफ़ी आदि न लें.
• सोने जाने से दो घंटे पहले रात का खाना खा लें.
• सोने जाने से एक घंटे पहले टीवी, मोबाइल या अन्य किसी भी स्क्रीन वाले गैजट से दूरी बना लें.
• सोने से ठीक पहले कम से कम पांच मिनट के लिए मेडिटेशन करें.
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट