ख़बर है कि परिवार के साथ मालदीव्स में छुट्टियां मना रहे अक्षय कुमार जल्द ही अयोध्या के लिए उड़ान भरनेवाले हैं. क्या उनकी यह यात्रा अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए योगदान देने से संबंधित है? या कुछ और कारण है? जानने के लिए स्क्रोल करके नीचे जाएं.
बॉलिवुड स्टार इन दिनों परिवार के साथ मालदीव्स में छुट्टियां मना रहे हैं. सुनने में आया है कि वे मुंबई लौटते ही, 18 मार्च को अयोध्या के लिए उड़ान भरेंगे. उनकी इस अयोध्या यात्रा का कनेक्शन उनके नए प्रोजेक्ट राम सेतु के साथ है. बच्चन पांडे की शूटिंग पूरी होते ही अक्षय कुमार राम सेतु की शूटिंग में व्यस्त होने वाले हैं. अभिनेता निर्देशक अभिषेक शर्मा और क्रिएटिव निर्माता डॉ चन्द्रप्रकाश द्विवेदी के साथ अक्षय अयोध्या यात्रा पर इसलिए जा रहे हैं, ताकि इस फ़िल्म का मुहूर्त शॉट राम जन्मभूमि से किया जा सके.
निर्देशक अभिषेक शर्मा ने यह भी खुलासा किया कि इस फ़िल्म में एक नए अवतार में दिखाई देंगे,“अक्षय सर एक पुरातत्वविद् (आर्कियोलॉजिस्ट) की भूमिका निभा रहे हैं और उनका लुक और कैरेक्टर कई भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय पेशेवर पुरातत्वविदों से प्रेरित है जो इस क्षेत्र में काम करते हैं. लुक और किरदार दोनों के मामले में अक्षय सर के प्रशंसक उन्हें बिल्कुल नए अवतार में देखेंगे.’’ इस फ़िल्म की मुख्य अभिनेत्रियां हैं जैकलिन फर्नांडीज़ और नुसरत भरूचा.
राम सेतु के मुहूर्त के लिए अयोध्या ही क्यों?
इस बारे में बताते हुए क्रिएटिव निर्माता डॉ चन्द्रप्रकाश द्विवेदी कहते हैं,‘‘इससे बेहतर क्या होगा के भगवान राम की जन्मस्थान पर राम सेतु की यात्रा की शुरुआत हो? ख़ुद कई बार अयोध्या का दौरा करने के बाद, मैंने अक्षय और टीम को सुझाव दिया कि हमें भगवान राम के पवित्र मंदिर से आशीर्वाद के साथ प्रोडक्शन शेड्यूल शुरू करना चाहिए. हम अयोध्या में मुहूर्त शॉट आयोजित कर एक शुभ नोट पर अपना शूटिंग शुरू करने वाले हैं.” वैसे फ़िल्म के 80% हिस्से की शूटिंग मुंबई में ही होनेवाली है. वहीं अयोध्या जाने के लिए तैयार अक्षय कुमार ने राम सेतु को पीढ़ियों के अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच का सेतु बताया है.
यूं आया फ़िल्म बनाने का आइडिया
अभिषेक शर्मा ने बताया कि उनके लिए राम सेतु की यात्रा वर्ष 2007 में शुरू हुई, जब उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच में एक शिपिंग कैनल के निर्माण के लिए एक परियोजना में आ रही कुछ समस्याओं के बारे में पढ़ा. उन्होंने उससे संबंधित एक अदालत फ़ैसले के बारे में पहली बार अख़बार में पढ़ा था. उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा,“इस प्रोजेक्ट के माध्यम से मुझे यह एक भारतीय किंवदंती के पीछे की सच्चाई का पता लगाने का अवसर मिला है. मुझे ऐसा लगता है कि राम सेतु द्वारा एक ऐसी सच्ची कहानी को सामने लाया जा सकता है, जो पीढ़ियों से हमारी विरासत का हिस्सा रही है, पर हम लोग उसकी सच्चाई पर ध्यान नहीं दे रहे थे.’’
फ़िल्म के निर्माता है अरुणा भाटिया, लाइका प्रोडक्शन्स और विक्रम मल्होत्रा. विक्रम मल्होत्रा के अनुसार इस तरह की कहानियों को बताने का यह बेहतर समय है,‘‘राम सेतु तथ्यों, विज्ञान और ऐतिहासिक धरोहरों पर बनी कहानी है और सदियों से भारतीयों के गहरे विश्वास पर आधारित है. आज, युवा पीढ़ी अपनी विरासत को लेकर उत्सुक है, हमारे देश की सांस्कृतिक गहराई में रही कहानियों को बताने का इससे बेहतर समय कभी नहीं हो सकता है.’’