आप चाहे जिस शहर में रहते हों, वहां पर आप चाहे जिस किसी से बात कीजिए, वो इन दिनों अक्सर ऐसिडिटी से परेशान मिलेगा. इसकी वजह क्या है, वो आपको भी पता है- हमारी जीवनशैली. लेकिन यहां डॉक्टर दीपक आचार्य सुझा रहे हैं ऐसिडिटी को दूर भगाने का एक ऐसा देसी समाधान, जिसपर विदेशी साइंसदानों की भी मुहर लग चुकी है. तो आइए जानें, क्या है यह?
आपको भरोसा नहीं है तो आप पूछकर देख लीजिए, सबको ऐसिडिटी हो रखी है आजकल. सबके सीने में जलन है, है ना? अब यदि ऊट-पटांग खाएंगे और अपनी बॉयोलोजिकल क्लॉक को डिस्टर्ब कर देंगे तो ऐसिडिटी की परेशानी दरवाज़े पर दस्तक तो देगी ही ना! अब जिसे देखो उसका एक ही रोना- सीने में जलन हो रही है, ऐसिडिटी है. अब बताओ आप करें तो करें क्या, बोलें तो बोलें क्या?
इलाज तो किचन में ही है!
मेरी सुनो तो कुछ मत बोलो दद्दा. रसोई में जो रखा हुआ है न वो मेथीदाने का डिब्बा उसे उठा लाओ.और फटाफट बना लो इन दानों का पाउडर यानी मेथी पाउडर. अब आप पूछोगे कि कि करना क्या है इस पाउडर का? तो भाइयों/बहनों दोनों टाइम खाना खाने से 30 मिनिट पहले आधा चम्मच पाउडर आधे कप पानी में घोलकर गटक जाओ. इसे नियमित रूप से लो और फिर देखो इसका कमाल. ये एक पारंपरिक आदिवासी ज्ञान है, जिसे आप में से बहुत से लोग जानते भी होंगे. लेकिन आज इस साधारण-सी जानकारी को आपका यह दोस्त क्यों बता रहा? क्योंकि, ठीक यही फ़ॉर्मूला मॉडर्न साइंस ने भी प्रमाणित किया है, कैसे? तो ये भी पढ़ लीजिए.
मॉडर्न साइंस भी मानता है इसकी धाक
‘फ़ाइटोथेरैपी रिसर्च’ एक बड़ा पॉपुलर रिसर्च जर्नल है. वर्ष 2011 में इसमें एक बेसलाइन पायलट क्लिनिकल रिसर्च छपी और जानकारी दी गई कि मेथी का पाउडर खाना खाने से 30 मिनिट पहले दिन में दो बार 15 दिनों तक दिया जाए तो हाइपर ऐसिडिटी को क़ाबू में किया जा सकता है. इस स्टडी के लिए रोगियों के दो ग्रुप बनाए गए, एक ग्रुप को मेथी का पाउडर और दूसरे ग्रुप को रेनिटीडीन (75mg) दी गई. मेथी पाउडर और रेनिटीडीन का प्रभाव एकदम बराबर था. मेथी के फ़ाइबर इसे एक बेहतरीन ऐंटासिड बनाते हैं. अब बात समझ आई? जब हमारे आसपास की चीज़ों से ही इतना असरदार समाधान मिल रहा है तो हम क्यों फोकट में टें टें टें करते रहते हैं और अपने बटुए और सेहत की बैंड बजाते रहते हैं?
बात जमी हो तो आज़माएं भी, क्योंकि जब इसका असर देखेंगे तो आपको यह नहीं गाना पड़ेगा कि
सीने में जलन, आंखों में तूफ़ान सा क्यों है?
इस शहर में हर शख़्स (ऐसिडिटी से!)परेशान सा क्यों है?
हां, एक और बात सही क्रेडिट के साथ इस ज्ञान को शेयर ज़रूर करें, अपने ही देश का ज्ञान है. शायद किसी को इस इलाज की सख़्त ज़रूरत हो…
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