यदि आपको मसूड़ों से ख़ून आने की या दांतों में प्लाक की समस्या है तो अनार और उसके जूस का सेवन बहुत फ़ायदेमंद रहेगा. पर जब तक आपको इसके पीछे का कारण नहीं बताया जाएगा कि यह क्यों और कैसे फ़ायदा पहुंचाता है, तब तक हमारी बात पर भरोसा कैसे करेंगे? तो कोई बात नहीं, यहां डॉक्टर दीपक आचार्य कई क्लीनिकल स्टडीज़ का हवाला देते हुए दांतों और मसूड़ों की इन दो समस्याओं से राहत देनेवाले अनार, अनार के जूस और उसके छिलकों के फ़ायदों के बारे में बता रहे हैं.
यदि आपको दांतों से जुड़ी प्लाक की या फिर मसूड़ों से ख़ून आने की समस्या है तो मेरी मानें और अनार छीलने के बाद छिलकों को फेंकें नहीं, इन्हें साफ़ धोकर, बारीक काटकर मिक्सर में थोड़े पानी के साथ डालकर ग्राइंड कर लें. बाद में इसे मुंह में डालकर कुछ देर कुल्ला करें और थूक दें, दिन में दो तीन बार ऐसा करने से मसूड़ों और दांतों पर किसी तरह के सूक्ष्मजीवी संक्रमण हो तो, काफ़ी हद तक आराम मिल जाता है. मसूड़ों से खून निकलने की शिकायत हो या डेंटल प्लाक की समस्या हो, उन्हें तो यह फ़ॉर्मूला बेहद फ़ायदा करेगा.
देसी फ़ॉर्मूला, जिसके क्लीनिकल स्टडीज़ ने भी मान्यता दी है
सैकड़ों सालों से आज़माए जानेवाले इस तरह के आदिवासी फ़ॉर्मूले के असर को वैज्ञानिक परिक्षण के तौर पर सिद्ध भी किया जा चुका है. मैंने अब तक 50 से ज़्यादा क्लीनिकल स्टडीज़ को पढ़ा है, जिनमें हर बार अनार के रस, अनार के छिलकों से दांतों की अनेक समस्याओं पर क़ाबू पाने के प्रमाण प्रकाशित हुए हैं. क्लिनिकल रिसर्च ये भी बताती है कि स्ट्रेप्टोकोकस मिटिस और स्ट्रेप्टोकोकस संगस नामक बैक्टिरिया की वजह से ही जिंजिवायटिस और मुंह के कई अन्य रोग होते हैं और इनकी वृद्धि को रोकने के लिए अनार के छिलके बेहद असरकारक होते हैं. ख़ैर, आप आज़माएं ज़रूर इस नुस्ख़े को, असर दिखकर रहेगा, ये दावा है मेरा. और कुल्ला करते वक्त अनार के छिलकों का रस निगल भी लिए तो कोई दिक्कत नहीं, खांसी में भी राहत मिल जाएगी!
अनार के रस से यूं होगा प्लाक कम
हां, एक बात और…अनार के दानों का जूस बनाएं तो इसमें शक्कर बिल्कुल ना डालें. जूस को सिप करते समय बार बार मुंह के भीतर कुल्ला ज़रूर करें और फिर जूस को एन्जॉय करें. जूस के कई अन्य गुणों के बारे में आपको तो पता ही होगा, लेकिन पीने से पहले हर एक घूंट से पहले कुल्ला करेंगे तो डेंटल प्लाक 85% तक कम हो जाएगा. ये दीपक आचार्य की गारंटी है. ये दावा भी क्लिनिकली प्रमाणित है. अब क्या सोच रहे हैं? बग़ैर देरी किए, वो केमिकल वाला माउथ वॉश फेंक दीजिए कचरा पेटी में.
तो मेरी मानो तो- दांतों की छोटी-मोटी समस्याओं के लिए डॉक्टर की कुंडी न खड़काओ राजा, सीधे अनार चबाओ राजा…
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट