• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक
ओए अफ़लातून
Home ओए हीरो

‘‘हमें समझना होगा कि हम सब इंसान हैं और इंसानियत ही हमारा धर्म है.’’

शिल्पा शर्मा by शिल्पा शर्मा
May 8, 2022
in ओए हीरो, मुलाक़ात
A A
mothers-day
Share on FacebookShare on Twitter

लीजिए सप्ताहभर से आपको देशभर की कुछ साहसी और बेबाक मांओं से मिलवाते हुए आज आ ही गया मदर्स डे! सभी मांओं को मदर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं. मदर्स डे के दिन हमारे देश में हर धर्म और मज़हब के लोग बाज़ार के दबाव में ही सही अपनी मां को याद कर लेते हैं, उनसे फ़ोन पर बात कर लेते हैं और कुछ तो उन्हें हैप्पी मदर्स डे कह कर विश भी कर देते हैं. लेकिन जिस तरह हमारे देश के सामाजिक तानेबाने में पिछले कुछ सालों में बदलाव आया है, जिस तरह अल्पसंख्यकों, बहुसंख्यकों के मुद्दे उठाए जा रहे हैं और जिस तरह की हिंसा देखने में आई है, आख़िर यह भी तो जाना जाना चाहिए कि आख़िर एक मां ऐसे में कैसा महसूस करती है? आज भी हम एक मां से बात कर के जानेंगे उनके दिल की बात. जानेंगे कि आज के परिवेश में वो अपने बच्चों को बड़ा करते हुए कैसा महसूस करती हैं? आज हम बात कर रहे हैं शहडोल की तसनीम शाकिर से.

 

मध्य प्रदेश के शहडोल की रहने वाली तसनीम के दो बच्चे हैं. उन्होंने केमेस्ट्री में एम.एससी. किया है और वे बच्चों के लिए कोचिंग सेंटर चलाती हैं. हमने उनसे भी वही दो सवाल पूछे, जो हम पिछले पूरे सप्ताह अलग-अलग मांओं से पूछते रहे हैं. तो आइए, जान लेते हैं तसनीम के जवाब.

इन्हें भीपढ़ें

जानिए पीरियॉडिक टेबल के जनक दमित्री मेंदेलीव को

जानिए पीरियॉडिक टेबल के जनक दमित्री मेंदेलीव को

June 6, 2023
billie-jean-king

बिली जीन किंग: खिलाड़ी जिसने महिला टेनिस प्राइज़ मनी को पुरुष टेनिस के बराबर ला खड़ा किया

May 30, 2023
लोग समझ ही नहीं पाते कि ऐलपीशिआ केवल एक डिस्ऑर्डर है: केतकी जानी

लोग समझ ही नहीं पाते कि ऐलपीशिआ केवल एक डिस्ऑर्डर है: केतकी जानी

April 3, 2023
CV-Raman

सीवी रमन: जिन्होंने सुलझाया आसमान और समुद्र के नीला होने का रहस्य

February 28, 2023

आज का माहौल, जिस तरह बदल रहा है, जिस तरह उसमें सांप्रदायिकता घुल रही है, आप अपने बच्चों की परवरिश को लेकर किस तरह कंसर्न हैं?
सबसे पहले तो मैं ये बताना चाहूंगी कि मैं ऐसे बच्चों की मां हूं, जिनके पिता एक मुस्लिम परिवार में पैदा हो कर हिंदू विचारधारा को मानते हैं और जिनकी मां एक हिंदू परिवार में पैदा हुई और मुस्लिम लड़के से निकाह किया. आज से तीस साल पहले जब हमने शादी की थी, अंतरधार्मिक शादी बहुत बड़ी बात तो थी, लेकिन बहुत जल्द ही हम समाज के द्वारा अपना लिए गए. हमने अपनी शादीशुदा ज़िंदगी एक साधारण जोड़े की तरह बड़ी आसानी से शुरू की.
लेकिन बीते कुछ सालो से देश का माहौल बदल रहा है. एक मां होने के नाते मुझे अपने बच्चों की फ़िक्र होती है ख़ासकर जब वो बाहर होते हैं. बेटा बाहर रहके पढ़ता है. जब कभी माहौल ज़्यादा खराब होता है तो हम उसे हिदायत देते हैं कि घर से बाहर कम से कम निकले. और ध्यान से रहे. हर समय बच्चे की चिंता रहती है. ऐसी ख़बरें सुनने को मिलती हैं तो लगता है कि पता नहीं कब क्या हो जाए. मुश्क़िल ये है कि हम बच्चों को घर में बैठा के तो रख नहीं सकते. उन्हें करियर बनाने के लिए बाहर जाना ही होगा. ऐसे में हम अपने बच्चों को सही सीख ही दे सकते हैं, वही देते हैं.

 

देश के माहौल को हम सभी नागरिकों के लिए बेहतर बनाने के लिए आप बच्चों से, देश के नागरिकों से और सरकार से क्या कहना चाहेंगी?
जिस तरह के हालात बन रहे हैं, उसमें मैं अपने देश के लोगों से, अपनी सरकार से और बच्चों से यही अपील करना चाहूंगी की राजनीति और ख़राब मानसिकता वाले लोगों के खेल से ऊपर उठकर हमें अपने आप को टटोल के देखना है कि क्या वो तस्वीर, जो हमें राजनेता या समाज के कुछ तथाकथित सुधारक दिखा रहे हैं, सही है?
क्या वाक़ई जिनके साथ हमारा भाईचारा था, बिना किसी भेदभाव के हम साथ रहा करते थे, वो बदल गए हैं? क्या धार्मिक सहिष्णुता ने वाक़ई हमें नुक़सान पहुंचाया है? इन सवालों के जवाबों का आकलन करना होगा.
चंद आतंकवादियों और कुछ गंदी सोच वाले लोगों के कारण, जिनका कोई धर्म ही नहीं है और जो किसी भी धर्म में हो सकते हैं, हम धर्म विशेष को ही ग़लत बोलेंगे? जब हम बच्चे थे हम जानते भी नहीं थे हमारा कौन सा दोस्त हिंदू है या मुसलमान है या फिर किसी और धर्म का… पर आज सब कुछ बदल गया है.
आज हमें सिर्फ़ ये समझना होगा कि हम इंसान है और इंसानियत हमारा धर्म. एक बच्चा हिंदू परिवार में जन्म लेता है तो वो हिंदू कहलाता है और अगर मुस्लिम परिवार में जन्म लेता है तो मुस्लिम. पर बच्चे पैदा तो एक जैसे ही होते हैं. तो उनमें फ़र्क़ क्यों करना? क्यों नहीं उन्हें साथ-साथ प्रेम से रहना सिखाया जाए. अब समय बदल गया है और हमें भी इन सभी बांटने वाली बातों से ऊपर उठ कर अपने बच्चों के लिए एक नई, मानवता से भरी दुनिया बनानी होगी.

फ़ोटो: गूगल

Tags: maa ke dil ki baatMother's DayMother's Day specialMother's heartParentingupbringingपरवरिशमदर्स डेमदर्स डे पर विशेषमां के दिल की बातमुलाक़ात
शिल्पा शर्मा

शिल्पा शर्मा

पत्रकारिता का लंबा, सघन अनुभव, जिसमें से अधिकांशत: महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर कामकाज. उनके खाते में कविताओं से जुड़े पुरस्कार और कहानियों से जुड़ी पहचान भी शामिल है. ओए अफ़लातून की नींव का रखा जाना उनके विज्ञान में पोस्ट ग्रैजुएशन, पत्रकारिता के अनुभव, दोस्तों के साथ और संवेदनशील मन का अमैल्गमेशन है.

Related Posts

नामचीन शायरों के कुछ अशआर, मोहब्बत के रंग हज़ार
ओए हीरो

नामचीन शायरों के कुछ अशआर, मोहब्बत के रंग हज़ार

February 14, 2023
Mahatma-Gandhi
ओए हीरो

पुण्यतिथि विशेष: आज भी जीवित हैं गांधी…

January 30, 2023
follow-rules
ओए हीरो

आप ही बताइए भला नियम क्यों माने जाएं?

November 25, 2022
Facebook Twitter Instagram Youtube
ओए अफ़लातून

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist